कोरोना काल में आपने इस दवा का नाम तो सुना ही होगा। इम्यूनिटी (Immunity) बढ़ाने के लिए बहुत से लोग इसका सेवन करते हैं, लेकिन अपच और गैस की समस्या के लिए होम्योपैथिक दवा (Homeopathic medicine for indigestion and gas) आर्सेनिक एल्बम बदहजमी और गैस की समस्या (Gas problem) से भी राहत दिलाती है। यदि आपको खाने को देखना या उसकी महक भी अच्छी नहीं लग रही है, पेट में दर्द, जलन है, सीने में जलन, डकार आदि की परेशानी है तो भी यह दवा लाभदायक है।
ब्रायोनिया (Bryonia)
यदि पेट में भारी महसूस हो रहा है साथ ही पेट में एसिड (Acid) की मात्रा बढ़ गई हो, मुंह में खट्टा व कड़वा स्वाद आता हो, दर्द व मतली की समस्या हो तो यह दवा आराम पहुंचाती है। यदि मरीज का मुंह सूख (dry mouth) रहा है और बार-बार प्यास लग रही हो तो भी इस दवा की सलाह दी जाती है।
सिनकोना ऑफिसिनैलिस (Cinchona officinalis)
पेट फूलने की समस्या और गैस से राहत दिलाने में यह बदहजमी की होम्योपैथिक दवा कारगर है। डायरिया (Diarrhea), थकान (Fatigue) आदि दूर करने के लिए भी यह दवा दी जाती है।
कोलोसिन्थिस (Colocynthis)
यह अपच और गैस की वजह से होने वाली पेट की ऐंठन को दूर करने में लाभदायक है।
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मैग्नेशिया फॉस्फोरिका (Magnesia phosphorica)
भोजन ठीक से हजम न होने की वजह से पेट में दर्द व ऐंठन की समस्या से यह राहत दिलाता है।
नैट्रम फॉस्फोरिकम (Natrum phosphoricum)
मुंह में खट्टा स्वाद आने, पेट में एसिड (Acid) बढ़ने, जलन होने, उल्टी, जीभ पर पीली परत जमने पर इस दवा के सेवन से लाभ मिलता है। ऐसे व्यक्ति को डेयर उत्पाद (Dairy products) और बहुत अधिक मीठा खाने से समस्या हो सकती है।
फॉस्फोरस (Phosphorus)
पेट में जलन व दर्द होना जो आइसक्रीम (Ice cream) जैसी ठंडी चीजें खाने के बाद थोड़ी शांत हो जाए, इसके लिए यह होम्योपैथिक दवा फायदेमंद होती है।
बदहजमी की समस्या के लिए घरेलू उपाय (Home remedies for indigestion)

क्योंकि बदहजमी/अपच की समस्या अक्सर खानपान से जुड़ी होती है इसलिए कुछ घरेलू उपायों के जरिए इससे राहत पाई जा सकती है।
- सेब का सिरका (Apple cider vinegar) बदहजमी में फायदेमंद हो सकता है। यह पेट के स्वास्थ्य को ठीक रखता है जिससे खाना जल्दी पच जाता है।
- बदहमजी (Indigestion) का कारण है पेट में एसिड की मात्रा का बढ़ना। ऐसे में बेकिंग पाउडर (Baking powder) के इस्तेमाल से राहत पाई जा सकती है, क्योंकि बेकिंग पाउडर एक एंटासिड होता है।।
- अदरक (Ginger) न सिर्फ सर्दी-खांसी (cough-cold) में फायदेमंद है, बल्कि यह भोजन को पचाने (Digestion) में भी मदद करता है।
- सौंफ न सिर्फ माउथ फ्रेशनर (Mouth freshener) का काम करता है, बल्कि इसे खाने से अपच की समस्या भी दूर होती है। आप भूने हुए सौंफ का सुबह-शाम काले नमक के साथ सेवन कर सकते हैं।
- यदि आपको भी भोजन पचने में परेशानी होती है, तो जायफल को नींबू के रस में मिलाकर चाटने से राहत मिलेगी। साथ ही इससे पेट भी साफ रहता है।
- छाछ में धनिया पाउडर (Coriander powder) मिलाकर पीने से भी बदहजमी दूर होती है और पेट ठंडा रहता है।
- अपच या गैस की वजह से यदि मतली जैसा महसूस होता है तो एक चम्मच जीरा या अजवायन में काला नमक मिलाकर गर्म पानी के साथ सेवन करें, फायदा होगा।
- यदि आपको अक्सर अपच (Indigestion) की समस्या रहती है तो भोजन के आधे घंटे बाद ग्रीन टी पीएं। दरअसल, इसमें एंटीऑक्सीडेंट (antioxidant) होता है जो इंफेक्शन (Infection) से लड़ने में मदद करने के साथ ही भोजन पचाने में भी सहायक है।
- ज्यादा खाना खा लिया हो तो दो चम्मच नींबू के रस में अदरक का रस मिलाकर गर्म पानी के साथ पी लें। इससे बदहजमी नहीं होगी।
- खाना न पचने की समस्या से परेशान हैं, तो सुबह खाली पेट लौंग चबाने से फायदा होगा। लौंग में एंटी-माइक्रोबियल तत्व होते हैं जो संक्रमण से दूर रखने में मदद करता है और पाचन को भी ठीक रखता है आप लौंग का काढ़ा भी पी सकते हैं।
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पाचन तंत्र को ठीक रखने के लिए अपनाएं ये योगासन (Yoga for indigestion)
पाचन तंत्र को ठीक रखकर आप बदहजमी और गैस की समस्या से काफी हद तक बच सकते हैं। कुछ खास योगासन पाचन को ठीक रखने में बहुत मददगार होते हैं और इनके नियमित अभ्यास से आपको फायदा होगा।
वज्रासन
खाना खाने के बाद कुछ देर के लिए इस आसन में जरूर बैठें। इसे रोजाना करने से पाचन तो ठीक रहता ही है साथ ही जॉइंट पेन से भी राहत मिलती है और वजन भी कम (Weight loss) होता है। दरअसल, वज्रासन के दौरान शरीर के मध्य भाग पर प्रेशर पड़ता है जिससे पेट और आंतों (Intestine) पर भी दबाव पड़ता है, इससे कब्ज की समस्या दूर होती है और पाचन ठीक रहता है।
नौकासन
यह आसन करने से पेट की चर्बी कम होती है और पाचन तंत्र भी स्वस्थ रहता है। साथ ही इसे करने से पूरा शरीर फिट रहता है।
धनुरासन
इस आसन में बॉडी पोश्चर धनुष की तरह बनता है। इसे करने से शरीर के सभी आंतरिक अंगों, मांसपेशियों और जॉइंट की एक्सरसाइज हो जाती है। पाचन शक्ति बढ़ने के साथ ही यह आसन सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस, कमर दर्द और पेट संबंधी अन्य बीमारियों में भी लाभदायक है। लेकिन ध्यान रखें कि जिन लोगों को घुटने, गर्दन और पीठ से जुड़ी समस्याएं और आर्थराइटिस की समस्या है, उन्हें डॉक्टर से कंसल्ट करने के बाद ही इन आसनों का अभ्यास करना चाहिए।
पेट से जुड़ी अधिकांश समस्याओं को सही खान पान, एक्सरसाइज और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर दूर किया जा सकता है। यदि आप पर्याप्त नींद लेते हैं, बैलेंस डायट और एक्सरसाइज करते हैं तो अपच और गैस जैसी समस्या से बच सकते हैं।