लॉकडाउन और क्वारंटीन के समय कब्ज की समस्या से परेशान हैं? इन उपायों से पाएं छुटकारा
के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
Suraj Kumar Das द्वारा लिखित · अपडेटेड 25/02/2021
कोविड-19 महामारी के कारण शारीरिक गतिविधियां कम हो रही हैं और शारीरिक गतिविधियां कम होने से टॉयलेट जाने की आदत बिगड़ने लगी है। कई लोग ऐसी शिकायत कर रहे हैं कि क्वारंटीन में उन्हें कब्ज की समस्या हो रही है। क्या आप भी कब्ज की समस्या से परेशान हैं और इससे छुटकारा पाने के उपाय तलाश रहे हैं। यहां जानिए क्वारंटीन में कब्ज की समस्या से छुटकारा पाने के उपाय।
लॉकडाउन में कब्ज की समस्या : लोगों के खाने-पीने का बदला समय
कोरोना वायरस के डर से लोग क्वारंटीन में हैं और घर से बिल्कुल बाहर नहीं निकल रहे। घर से भी सोशल डिस्टेंसिंग अपना रहे हैं। ऐसे में लोगों के खाने-पीने और जागने-सोने का समय बदल गया है। लगातार ऐसा होने के कारण लोगों की दैनिक आदतें या जीवनशैली ही पूरी तरह बदल गई है। इन बातों का लोगों के जीवन पर काफी असर हुआ है। सबसे बुरा प्रभाव यह पड़ा है कि लोगों के टॉयलेट जाने की आदतें भी बदल गई हैं। इसके कारण अब क्वारंटीन में लोग कब्ज की समस्या से परेशान होने लगे हैं। लोगों की इस नई समस्या को नया नाम क्वारंटीन कॉन्स्टिपेशन (quarantine constipation) नाम दिया गया है।
लॉकडाउन या क्वारंटीन में कब्ज की समस्याः-Lockdown aur Quarantine me kabj ki samasya
लॉकडाउन या क्वारंटीन में कब्ज की समस्या : स्वस्थ लोगों को भी कब्ज के लक्षण
कई लोग तो ऐसे हैं, जिनको पहले कभी कब्ज की समस्या नहीं होती थी, लेकिन इस कोरोना महामारी में क्वारंटीन होने के कारण उनको कब्ज की परेशानी होने लगी है। लोग शिकायत कर रहे हैं कि उनका मल कठोर होने लगा है। कभी बार-बार टॉयलेट जाना पड़ रहा है, तो कभी टॉयलेट आता ही नहीं। प्रायः मल त्यागने के समय ताकत लगाना पड़ रहा है।
लॉकडाउन या क्वारंटीन में कब्ज की समस्या क्यों हो रही है?
दरअसल क्वारंटीन के दौरान लोगों की समस्या का मुख्य कारण सर्केडीअन (circadian) रिदम है। इसे मानव शरीर में रहने वाली प्राकृतिक घड़ी कहा जाता है। यह दिमाग में आपके सोने-जागने की प्रक्रिया को प्राकृतिक रूप से नियंत्रित करती है। यह रिदम 24 घंटे का होता है।
इसी तरह पेट की अपनी सर्कडियन रिदम होती है। पेट की यही सर्कडियन रिदम की गतिविधियां जब बाधित हो जाती है, तो परेशानियां होने लगती है। वर्तमान में शारीरिक गतिविधियों की कमी, कम नींद लेने, खान-पान की आदतों में बदलाव, तनाव और नींद के लिए समय निर्धारित नहीं होने के कारण सर्कडियन रिदम का काम गडबड़ा गया है। इससे ही लोगों को लॉकडाउन या क्वारंटीन में कब्ज की समस्या हो रही है।
लॉकडाउन या क्वारंटीन में कब्ज की समस्याःकॉलोनिक मोबिलिटी कम हो गई
वैश्विक महामारी के कारण लगातार घर पर रहने से लोगों के शरीर की सामान्य गतिविधि पूरी तरह से प्रभावित हो गई है। सामान्य दिनों में लोग जितना टहल पाते थे, अभी उतना नहीं चल पा रहे। कभी घर का खाना खाते हैं, तो कभी जंकफूड खाकर गुजारा करना पड़ रहा है।
कभी कम खाना खा रहे हैं, तो कभी बहुत अधिक खाना खा रहे हैं। लोग सामान्य दिनचर्या का पालन नहीं कर रहे हैं या उनसे ऐसा हो नहीं पा रहा है। इन सभी के कारण कॉलोनिक मोबिलिटी (पेट से मल को नीचे की ओर धकेलने वाली एक प्रक्रिया है) कम हो गई है।
लॉकडाउन या क्वारंटीन में कब्ज की समस्याः-Lockdown aur Quarantine me kabj ki samasya
लॉकडाउन में कब्ज की समस्या से छुटकारा पाने के उपाय
अब आप सोच रहे होंगे कि कोरोना वायरस महामारी तो इतनी जल्दी दुनिया से जाने वाली नहीं है, ऐसे में आप क्या करेंगे। क्या आपको कब्ज की समस्या से छुटकारा नहीं मिलेगा? आप निराश न हों, क्योंकि हम कब्ज की परेशानी से छुटकारा पाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय बता रहे हैं। आप इन तरीकों का पालन करके लॉकडाउन या क्वारंटीन के दौरान कब्ज की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
लॉकडाउन में कब्ज की समस्या : शरीर को अधिक गतिशील रखें
लॉकडाउन या क्वारंटीन में कब्ज की समस्या से निजात पाने का सबसे आसान तरीका है कि अपने आपको जितना हो सके, बिजी रखें। घर में बंद हैं, तो घर के अंदर ही ऐसे काम करने की कोशिश करें, जिससे आपका शरीर गतिशील रहे। घर के अंदर ही टहलें। आप घर की बालकोनी, छत, लॉन या फिर बेडरूम में भी ऐसा कर सकते हैं।
ध्यान रखें कि आपको तेज चलना है, क्योंकि अगर आप कदम धीरे-धीरे चलेगा, तो टहलने का कोई फायदा नहीं होगा। अपनी पसंदीदा गाने सुनें और गानों पर नाचें। हफ्ते में 100-300 मिनट तक व्यायाम करें। व्यायाम मेहनत वाली होनी चाहिए। इससे आपको लॉकडाउन या क्वारंटीन में कब्ज की समस्या से आराम मिल सकता है।
लॉकडाउन या क्वारंटीन में कब्ज की समस्याः-Lockdown aur Quarantine me kabj ki samasya
आपने ये तो जान लिया कि कब्ज की समस्या क्यों होती है और ऐसे में कैसा खाना खाना चाहिए। अब आप ये भी जान लें कि कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए कुछ योग भी आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं। अगर आप कुछ समय निकालकर योग करेंगे तो आपको लाभ होगा।
मयूरासन का करें अभ्यास
अगर आपने पहले कभी भी आसन नहीं किया है तो मयूरासन आपको कठिन लग सकता है लेकिन अगर आप रोजाना प्रैक्टिस करेंगे तो ये काम आसानी से हो जाएगा। मयुरासन में हाथों की सहायता से बॉडी को बैलेंस किया जाता है। सबसे पहले अपने घुटनों के बल बैठिए। फिर अपनी एल्बो को नाभि के पास ले जाएं। अब पैरों को पीछे की ओर फैला लें। बॉडी को आगे छुकाकर बॉडी का वेट हाथों पर लाने की कोशिश करें। मयूरासन का अभ्यास करने से आपको कब्ज की समस्या से राहत मिल सकती है।
हलासन के नाम से ही पता चल रहा है कि ये हल उपकरण से लिया गया है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले मैट में पीठ की ओर लेट जाएं। फिर हाथों को शरीर से पास लाएं। अब हथेलियों को जमीन की ओर करें। सांस को अंदर की खींचे और पैरों को ऊपर की ओर उठा लें। अब हाथों से कमर पर लगाएं ताकि बॉडी का बैलेंस बना रहे। अब पैरों को सिर की ओर ले जाएं। आपको पैरों का अंगूठा जमीन में टच कराना चाहिए। अगर आपने ये आसन नहीं किया है तो पहले धीरे-धीरे इसका अभ्यास करें। ये आसन डायजेशन को सही रखने का काम करता है। आप अगर हलासन का अभ्यास करेंगे तो आपको कब्ज की समस्या से राहत मिल सकती है।
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पेट के लिए लाभकारी है पवन मुक्तासन
कब्ज की समस्या होने पर पेट भारी लगता है और बेचैनी अधिक महसूस होती है। ऐसे में आप पवन मुक्तासन कर समस्या से राहत पा सकते हैं। आसन पेट की गैस को बाहर निकालने का काम करता है। इस आसन की सहायता से स्टमक मसल्स पर जोर पड़ता है। आसन को करने के लिए मैट पर पेट के सहारे लेट जाएं। अब अपने पैरो को ऊपर की उठाकर घुटनों से मोड़ लें। अब हाथों की सहायता से घुटने को मुंह की ओर खींचे। आपको ऐसे समय में अपने हेड को भी ऊपर की ओर उठाना होगा। जितना हो सके घुटनों को नाक के पास लाने की कोशिश करें। अगर आपको ये आसन मुश्किल लग रहा हो तो शुरूआत में जितना हो जाए उतना ही करें और प्रयास जारी रखें। ऐसा करने से आपको कब्ज की समस्या से राहत मिलेगी।
आप आसन के बारे में अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से भी बात कर सकते हैं। अगर आपको कोई आसन अधिक कठिन लग रहा हो तो आपको धीमे-धीमे प्रयास करना चाहिए। आप कुछ समय बाद इन आसनों को आसानी से कर लेंगे।
लॉकडाउन या क्वारंटीन में कब्ज की समस्याः फाइबर युक्त आहार का अधिक सेवन करें
अगर आप वर्क फ्रॉम होम कर रहे होंगे, तो निश्चय ही आप समय-समय पर स्नैक्स आदि खा रहे होंगे। आपने अपने लिए चिप्स और दूसरी चीजों को स्टॉक भी कर लिया होगा। अगर सच में आपने ऐसा ही किया हुआ है, तो आपको इसे तुरंत रोकने की जरूरत है। चिप्स और दूसरी चीजों को खाने से आपकी कब्ज की समस्या खत्म नहीं होगी, बल्कि बढ़ जाएगी।
इसलिए आप फाइबर युक्त आहार खाने की कोशिश करें। आप जितना अधिक फाइबर वाले आहार का सेवन करेंगे, उतना आपका मल नरम होगा और आंतों से बाहर आने में इसे आसानी होगी। फाइबर युक्त भोजन से आपके मल को बाहर निकालने में मदद करता है। इसलिए आप अपने भोजन में फल, फलियां, पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज, दाल, नट्स और चोकर आदि को अधिक से अधिक मात्रा में शामिल करें।
करें पपीते का सेवन
पपीते का सेवन करना पेट के लिए लाभकारी होता है। जिन लोगों को अक्सर कब्ज की समस्या होती है, उन्हें पपीते का सेवन करना चाहिए। पपीते में पाए जाने रसायन मल को कठोर नहीं होने देते हैं और आसानी से मोशन हो जाते हैं। अगर आप रोजाना पपीते का सेवन करेंगे तो आपको कुछ समय बाद असर दिखने लगेगा। आप फ्रूट्स में अमरूद का सेवन भी करें क्योंकि ये भी पेट की समस्याओं से निजात दिलाने का काम करता है।
आपने मुनक्के के बारे में जरूर सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मुनक्का खाने से कब्ज की समस्या से राहत मिलती है। अगर आप लॉकडाउन में कब्ज की समस्या से परेशान हैं तो रात भर भीगे हुए मुनक्के को दूध में उबाल कर खाएं। ऐसा करने से पेट आसानी से साफ होने लगेगा और कब्ज की समस्या से भी राहत मिलेगी।
शहद और नींबू है लाभकारी
अगर आप खाने में नींबू का सेवन करेंगे तो भी आपको कब्ज की समस्या से राहत मिलेगी। नींबू के रस में काला मिलाएं। काला नमक पाचन के लिए अच्छा माना जाता है। काला नमक, नींबू और पानी का सेवन रोजाना सुबह करें। ऐसा करने से कॉन्स्टिपेशन की समस्या से राहत मिलेगी। आप चाहे तो गुनगुने पानी के साथ शहद भी मिला सकते हैं।
लॉकडाउन या क्वारंटीन में कब्ज की समस्याः अपने आपको हाइड्रेट रखें
आप घर में भले ही हैं, लेकिन कोशिश करें कि खुद को हाइड्रेट रखें। इसके लिए ज्यादा पानी पिएं। नारियल पानी, जूस, डिटॉक्स वॉटर (एक लीटर पानी में नींबू और खीरे के स्लाइस डालकर) पिएं। इससे आपका शरीर हाइड्रेट रहेगा और कब्ज की समस्या से निजात मिलेगी।
लॉकडाउन या क्वारंटीन में कब्ज की समस्या : सोडा या शराब का सेवन न करें
लॉकडाउन या क्वारंटीन में अगर आप कब्ज की समस्या से परेशान हैं, तो भूल कर भी सोडा या शराब का सेवन न करें। इससे आपका शरीर डिहाइड्रेट हो जाएगा और कब्जी की समस्या बढ़ जाएगी।
लॉकडाउन या क्वारंटीन में कब्ज की समस्याः-Lockdown aur Quarantine me kabj ki samasya
कब्ज की समस्या होने पर अपनाएं ये तरीके
अगर आप कब्ज की समस्या से जूझ रहे हैं तो लाइफस्टाइल में बदलाव करने के साथ ही ऐसे भी कुछ तरीके भी अपना सकते हैं, ताकि आपको कब्ज की समस्या से राहत मिल सके। जानिए क्या हैं वो तरीके।
स्कॉट पुजिशन को अपनाएं
कब्ज की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए इंडियन स्टाइल टॉयलेट बेस्ट माना जाता है। अगर आप वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप पूप करते समय पैरों में स्टूल रख लें। स्कॉट पुजिशन में आपको जोर लगाने की समस्या अधिक नहीं होगी।
एनीमा का कर सकते हैं उपयोग
अगर किसी व्यक्ति को कब्ज की पुरानी समस्या है और डॉक्टर एनीमा का उपयोग करने की सलाह दे चुके हैं, ऐसे व्यक्ति लॉकडाउन में एनीमा का यूज कर सकते हैं। एनीमा का उपयोग कोई भी व्यक्ति कर सकता है लेकिन बेहतर होगा कि आप इस बारे में डॉक्टर से जरूर राय लें। एनीमा का उपयोग करने से स्टूल सॉफ्ट हो जाता है और बाउल मूवमेंट शुरू हो जाता है। कुछ प्रकार के एनीमा में सोडियम फॉस्फेट, टैप वॉटर एनीमा आदि शामिल हैं। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।
स्टूल सॉफ्टनर का यूज
कब्ज की समस्या का सामान्य कारण डिहाइड्रेशन होता है जिसके कारण हार्ड स्टूल की समस्या होती है। ऐसे में स्टू ल सॉफ्टनर का भी यूज किया जाता है जैसे कि docusate सोडियम (Colace) आदि। इसका उपयोग करने से इंटेस्टाइन से पानी स्टूल को गीला कर देता है। फिर स्टूल आसानी से पास हो जाता है। स्टूल सॉफ्टनर का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से एक बार सलाह जरूर लें।
ओवर द काउंटर का यूज
कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए ओवर द काउंटर दवा का उपयोग भी किया जाता है। दवा का उपयोग करने से स्टूल आसानी से पास हो जाता है। दवा का उपयोग करने से बाउल मूवमेंट की गति बढ़ जाती है। आप डॉक्टर से पूछ कर भी मेडिसिन का सेवन कर सकते हैं।
अब आप जान गए हैं कि कब्ज की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आपको क्या-क्या उपाय करना चाहिए। उम्मीद है कि आप इन सभी उपायों का पालन करेंगे और लॉकडाउन या क्वारंटीन के दौरान कब्ज की समस्या से छुटकारा पाने में कामयाब होंगे। इन उपायों के साथ-साथ आप कोरोना महामारी से बचने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन और सरकार के निर्देशों का भी पूरी तरह पालन करें। उपरोक्त दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।
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