लॉकडाउन में दोस्ती को लेकर कई दोस्तों के बीच मनमुटाव के भी किस्से सुनने को मिले, जिसके पीछे की वजह कोरोना वायरस और उसका डर रहा। कुछ चार रोहन, कपिल, आर्यन और आदित्य (बदले हुए नाम) ने अपने साथ बीती कहानी बताई। जिसमें दिल्ली के रहने वाले यह चार दोस्त एक ही गली में रहते हैं और शाम को रोजाना मिल रहे थे। लेकिन, उनमें से आदित्य किसी कोरोना वायरस प्रभावित क्षेत्र में गया और बाकी दोस्तों ने उससे मिलना बंद कर दिया। ऐसे में आदित्य को इस बात का बुरा लगा कि, सिर्फ डर की वजह से उससे 10 साल पुराने दोस्तों ने मिलना छोड़ दिया। वहीं, बचे हुए दोस्तों ने बताया कि, “हम सिर्फ यही चाहते थे कि, वो कुछ दिन आइसोलेशन में बिताए। ताकि किसी भी खतरे की स्थिति में कोविड-19 को फैलने से रोका जा सके।” वहीं, आदित्य ने कहा कि, “मेरा वहां जाना जरूरी था और मैं पूरी सावधानी बरत कर गया था। हो सकता है बाकी लोग सही हों, लेकिन कहीं न कहीं इससे मुझे दुख जरूर हुआ।”
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दोस्ती पर कोविड-19 का असर- पुराने दोस्तों से हुई बात
ऐसा नहीं है कि कोरोना वायरस या लॉकडाउन से दोस्ती पर सिर्फ बुरा असर ही पड़ा है। मुंबई में रहने वाले तपस्वी जोशी ने बताया कि, ‘लॉकडाउन की वजह से मुझे काफी खाली टाइम मिला और जिन दोस्तों को मैं गांव, स्कूल और कॉलेज में छोड़ता आया था या यूं कहें कि समय की धूल में कई दोस्त पीछे छूटते जा रहे थे। उनका इस लॉकडाउन में मैंने रुककर इंतजार किया और मिला। मैंने अपने कई पुराने दोस्त, जिनसे रोजाना बात नहीं हो पाती थी, से वीडियो कॉल पर बात की। अपनी पुरानी बातों, किस्सों को याद किया और खूब अच्छा समय व्यतीत किया।’
कोरोना वायरस के लक्षणों का डर दोस्ती पर हावी