बच्चों और नवजात के लिए काफी फायदेमंद है वर्चुअल विजिट
प्रैक्टो के चीफ हेल्थकेयर स्ट्रेटेजी ऑफिसर , डॉ. एलेक्जेंडर कुरुविला ने कहा कि, “सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन की वर्तमान स्थिति में टेलीमेडिसिन काफी फायदेमंद है, क्योंकि इसमें आपको अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ती। इसके साथ ही यह बच्चों व नवजातों के लिए काफी फायदेमंद है, क्योंकि बाहर निकलने पर वायरस का संक्रमित होने पर उसका मामूली-सा लक्षण भी उनमें गंभीर परेशानी खड़ी कर सकता है। डॉक्टर के साथ वर्चुअल विजिट प्रीलिमिनरी चेकअप और फॉलोअप कंसल्टेशन के लिए बेहतर विकल्प है।”
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डॉक्टर के साथ ऑनलाइन मीटिंग होने की कमी?
डॉक्टर के साथ ऑनलाइन मीटिंग करने में कुछ कमियों का भी सामना करना पड़ सकता है। जैसे- वर्चुअल विजिट में डॉक्टर आपके अंगों को छूकर या व्यक्तिगत शारीरिक चेकअप नहीं कर सकता। जिससे उनके अनुमान में परिवर्तन आ सकता है। इसके साथ ही यह टेक्नोलॉजी बेस्ड ऑप्शन है, इसलिए आपको टेक-फ्रैंडली होने की जरूरत होती है। लेकिन, भारत जैसे देश में जहां बुजुर्गों में साक्षरता का स्तर काफी कम है और टेक्नोलॉजी सभी लोगों को नहीं आती है, उनके लिए इस विकल्प का इस्तेमाल थोड़ा मुश्किल भरा हो सकता है। इसके साथ ही इंटरनेट कनेक्टिविटी की भी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
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कोरोना वायरस से बचाव कैसे किया जा सकता है?
कोविड-19 इंफेक्शन से बचने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों के लिए कुछ सलाह दी है। सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन के साथ इन एहतियात रूपी सलाह को अपनाने के बाद आप कोरोना वायरस संक्रमण से काफी हद तक बच सकते हैं।