जवाब- यह कहना बहुत जल्दबाजी है। यह एक नया वायरस है और इसके बारे में बहुत सी जानकारी अभी भी विकसित हो रही है। कोरोना वायरस को मानव शरीर के अंदर 37 डिग्री सेल्सियस तक जीवित रहने के लिए जाना जाता है। मानव शरीर के बाहर इसके समान या थोड़ा अधिक तापमान में जीवित रहने का कोई सबूत नहीं है। गर्मियों की शुरुआत में संक्रमण फैलने की गति को धीमा करने की संभावना है, लेकिन जरूरी नहीं कि संक्रमण की घटना को खत्म कर दे।
सवाल- मुझे मच्छर ने काट लिया। क्या मुझे कोरोना वायरस संक्रमण होने वाला है?
जवाब- नहीं। कोरोना वायरस मच्छरों, हाउसफ्लाइज या टिक्स द्वारा नहीं फैलता है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। फिर भी, मच्छरों को खत्म करने और डेंगू, कुपोषण आदि जैसी अन्य बीमारियों से सुरक्षित रहने के ले स्प्रे और अन्य उपायों का उपयोग करना हमेशा बेहतर होता है।
सवाल- मुझे डर है कि मैं कोरोना वायरस से संक्रमित हो गया हूं। क्या मुझे अस्पतला या आसपास के सामान्य चिकित्सक से मिलना चाहिए?
जवाब- कोरोना वायरस से सावधानी के लिए ध्यान रखें कि यदि आपके पास यह विश्वास करने का कारण है कि आप कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, तो अपने घर पर अलग-थलग रहें और अपने क्षेत्र/राज्य के लिए संबंधित हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें।
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सवाल- बढ़े हुए कोरोना वायरस संक्रमण के जोखिम वाले लोगों की श्रेणियां?
जवाब- वरिष्ठ नागरिकः कोरोना वायरस किसी को भी संक्रमित कर सकता है, बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता और विभिन्न दूसरी और पुरानी या उम्र से संबंधित समस्याओं जैसे मधुमेह, हृदय रोग, रक्तचाप या फेफड़ों के रोगों जैसी समस्याएं होती हैं, जिनकी वजह से खतरा अधिक होता है।
गर्भवती महिलाः कोरोना वायरस से सावधानी का गर्भवती महिलाओं को खास ख्याल रखना चाहिए। क्योंकि, गर्भवती महिलाओं को स्वच्छता और स्वच्छता से संबंधित अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता होती है। क्योंकि वायरल संक्रमण के लिए उन पर खतरा आमतौर पर अधिक होता है। नवजात शिशुओं में कोरोना वायरस संक्रमण बताया गया है, लेकिन मां से भ्रूण या उसके नवजात शिशु में संक्रमण अभी तक साबित नहीं हुआ है।
पूर्व चिकित्सा ले रहे लोगः दिल की बीमारियों, सांस की समस्याओं, मधुमेह और रक्तचाप से पीड़ित मरीजों में वायरल संक्रमण की आशंका अधिक होती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी वाली या जिन लोगों को हाल के हफ्तों में संक्रमण की वजह से सर्जरी या उपचार से गुजरना पड़ा है। उन लोगों में जोखिम कारक भी अधिक होते हैं।
कोरोना वायरस से सावधानी- कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए सर्वोत्तम अभ्यास?
जवाब- कोरोना वायरस से सावधानी बरतने के लिए स्वच्छता और व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखेंः कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ हमारी लड़ाई में ये सबसे महत्वपूर्ण उपकरण हैं। किसी भी तरह की सूक्ष्म उपस्थिति से अपने घर, कार्यक्षेत्र, गैजेट और शरीर को पूरी तरह से साफ करने के लिए नियमित रूप से कीटाणुनाशकों का उपयोग करें।
बार-बार हाथ धोएंः कोरोना वायरस स्पर्श से फैलता है। इसलिए, एल्कोहॉल आधारित सैनिटाइजर का उपयोग करना महत्वपूर्ण है। भोजन खाने से पहले या दिन में कई बार बाहर से घर आना या सार्वजनिक स्थानों पर कुछ भी छूने के बाद साबुन से हाथों को धोएं। आपको अपने चेहरे को छूने से पहले अपने हाथों को साफ करने के बाद कम से कम 2 मिनट और 10 मिनट तक इंतजार करना चाहिए।
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अपने चेहरो को न छुएं : कोरोना वायरस से सावधानी बरतने के लिए अपनी नाक, मुंह या आंखों को आवश्यकता पड़ने पर ही स्पर्श करें और अपने हाथों को साबुन या हैंड सैनिटाइजर से अच्छी तरह धोने से पहले अपने चेहरे को छूने से जरूर बचें।
भीड़ में जाने से बचें : ऐसे किसी भी सार्वजनिक स्थानों में जाने से बचें, जहां आप फ्लू या बुखार के लक्षणों के साथ अजनबियों से 1 मीटर की दूरी बनाए रखने में असमर्थ हैं। घटनाओं और बड़ सार्वजनिक समारोहों में भविष्य में भाग लिया जा सकता है। लेकिन अब उनसे दूर रहने का समय आ गया है।
यदि तबीयत ठीक नहीं, तो घर पर रहें : कोरोना वायरस (2019-nCoV) से सावधानी के लिए यदि आपके पास फ्लू के लक्षण हैं या आप सूखी खांसी, बुखार आदि से पीड़ित हैं, तो आपको पूरी तरह से ठीक होने तक घर पर रहना चाहिए।
हाथ न मिलाएं : इन दिनों पारंपरिक नमस्ते या सलाम कहना सबसे अच्छा अभिवादन है। दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों के शासकों से लेकर आम लोगों तक, हर किसी को बाहरी लोगों के साथ हाथ मिलाने से बचने की सलाह दी जाती है। क्योंकि, इससे आपको संक्रमण का खतरा होता है।
मास्क कब और कैसे पहनना है : यदि आप फ्लू या बुखार से पीड़ित हैं या अस्पतालों व कोरोना वायरस परीक्षण प्रयोगशाला जैसे उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में कार कर रहे हैं, तो आपको एक अच्छी गुणवत्ता (N95) फेस मास्क पहनना होगा, जिसमें नाक की क्लिप हो। मास्क को इस तरह से पहना जाना चाहिए कि यह पूरी तरह से आपके मुंह और नाक को प्रभावी ढंग से ढककर रखे। यह अनफिल्टर्ड हवा को बाहर निकलने से रोकता है। स्वस्थ लोगों को फेस मास्क पहनने की सलाह नहीं दी जाती है।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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