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Covid-19 booster dose: कितनी और क्यों जरूरी है कोविड-19 की बूस्टर डोज?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Sayali Chaudhari · फार्मेकोलॉजी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 12/01/2022

    Covid-19 booster dose: कितनी और क्यों जरूरी है कोविड-19 की बूस्टर डोज?

    कोविड-19 (Covid-19) के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (Omicron) ने एक बार फिर से पूरी दुनिया को परेशानी में ड़ाल दिया है। हालांकि, वैक्सीनेशन से पिछले कुछ समय से जीवन कुछ सामान्य होता दिख रहा था, लेकिन इसके नए वेरिएंट के आने के बाद सावधानियों को बरतने के साथ ही कुछ बंदिशों को भी लगाया जाना भी जरूरी होता जा रहा है। इसी बीच 10 जनवरी 2022 से भारत में कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 booster dose) की शुरुआत भी की जा चुकी है। इस बूस्टर डोज को लेकर हमारे के मन में कई सवाल आना स्वाभाविक हैं। आज हम कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 booster dose) के बारे में आपको जानकारी देने वाले हैं। आइए इस बारे में जानें विस्तार से। सबसे पहले जानें कि बूस्टर डोज लेना क्यों जरूरी है?

    कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 booster dose) लेना क्यों जरूरी है?

    इसमें कोई संदेह नहीं है कि कोविड-19 से सुरक्षा के लिए वैक्सीनेशन करना बेहद जरूरी है। यही कारण है कि साल 2021 में वैक्सीनेशन पर पूरा फोकस रखा गया। ताकि, अधिक से अधिक लोगों का इस गंभीर रोग से बचा जा सके या अगर किसी को यह रोग हो भी जाए, तो वो कॉम्प्लीकेशन्स से बच सके। इस समय पूरी दुनिया कोरोना वायरस की थर्ड वेव से गुजर रही है। जैसा कि पहले ही बताया गया है कि वैक्सीनेशन हमें SARS-CoV-2 के कारण होने वाली गंभीर बीमारी से बचाती है। लेकिन, सीनियर सिटिजंस और गंभीर बीमारी के शिकार लोगों में इसकी प्रभावशीलता तेजी से ड्रॉप होती नजर आ रही है।

    इसके अलावा, अब वैक्सीनेशन के बाद भी कोविड-19 (Covid-19) के नए वेरिएंट जैसे ओमीक्रॉन (Omicron) गंभीर रूप से फैल रहा है और समस्या का कारण बनता जा रहा है। हालांकि, अभी इस बारे में अधिक अनुसंधान जारी है, लेकिन बुर्जुगों, कम इम्यूनिटी और गंभीर रूप से बीमार लोगों को कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 booster dose) लेने की सलाह दी जा रही है। ताकि, वो इस रोग की जटिलताओं से बच सकें। जो लोग कोरोना वायरस की दोनों डोज ले चुके हैं, उन्हें और अधिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए इस बूस्टर डोज को दिया जा रहा है। जो नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (Omicron) से बचाव में भी लाभदायक सिद्ध होगी। अब जानते हैं कि कैसे लगवाई जा सकती है यह कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 booster dose) ?

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    कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 booster dose) कैसे लें?

    हमारे देश में दस जनवरी 2022 से फ्रंटलाइन वर्कर्स और को-मोर्बिडीटीज (Co-morbidities) वाले बुजुर्गों को कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाने की शुरुआत की गयी है। इसके लिए आप ऑनलाइन स्लॉट बुक कर सकते हैं। ऑनलाइन स्लॉट बुक करने के लिए आपको कोविन (cowin.gov.in) की वेबसाइट पर जाना है और यहां अपने रेजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और अन्य निर्देशों का पालन के बाद आप अपना स्लॉट बुक कर सकते हैं, लेकिन हेल्थ डिपार्टमेंट ने यह भी बताया है कि अगर कोई व्यक्ति किसी वजह से अपॉइंटमेंट नहीं ले पा रहा है, तो वो नजदीक के वैक्सीनेशन सेंटर पर जा कर सीधे भी वैक्सीन ले सकता है।

    यह जानकारी भी जरूरी है कि कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 booster dose) उन्हीं लोगों को लगाई जाएगी, जिन्होंने पहली दोनों डोज लगवाई हैं। यही नहीं, जिन लोगों को पहली दोनों डोजेज कोवैक्सिन लगाई गई थी, तो उन्हें तीसरी खुराक भी कोवैक्सिन की ही दी जाती है। जबकि जिन लोगों को पहली दो डोजेज कोविशील्ड दी गई हैं, तो उन्हें तीसरी डोज कोविशील्ड ही दी जाएगी। कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 booster dose) के बारे में कुछ अन्य चीजों का भी ध्यान रखना जरूरी है। आइए, जानें इनके बारे में।

    कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 Booster Dose)
    कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 Booster Dose)

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    कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 booster dose) के लिए इन चीजों का भी रखें ध्यान

    कोविड-19 (Covid-19) के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (Omicron) थ्रेट को देखते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने ही इसकी बूस्टर डोज की घोषणा की थी। इस वैक्सीन के बारे में यह जानकारी होना भी जरूरी है:

    • कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 booster dose) अभी केवल फ्रंटलाइन वर्कर्स और को-मोर्बिडीटीज (Co-morbidities) के साथ सीनियर सिटीजन को देने का ही प्रावधान है। को-मोर्बिडीटीज की लिस्ट में डायबिटीज, कैंसर, सिरोसिस,सिकल सेल डिजीज जैसी बीमारियां शामिल हैं।
    • इस डोज को लेते समय डॉक्टर के प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन इसे लेने से पहले आप डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
    • यह थर्ड डोज उन लोगों को ही दी जा सकती है, जिन लोगों की दूसरी और तीसरी डोज के बीच नौ महीने का गैप हो। यानी अगर आपने अपनी दूसरी डोज अप्रैल 2021 से पहले ली है। तभी आप बूस्टर डोज ले सकते हैं। अन्यथा, अभी आपको इसके लिए अभी इन्तजार करना पड़ेगा।
    • आप ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन करा सकते हैं, लेकिन यह जरूरी नहीं है।
    • प्रायोरिटी ग्रुप्स में कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 booster dose) सरकारी अस्पतालों में में पूरी तरह मुफ्त है।

    साथ ही, इस दौरान अगर कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव हुआ है, तो इस बूस्टर के लिए इस रिपोर्ट के निगेटिव आने के बाद तीन महीने का गैप आवश्यक है। इसके बारे में आप अपने डॉक्टर से अवश्य जानें। अब जानते हैं कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 booster dose) के बारे में पूछे जाने वाले कुछ सामान्य सवालों के बारे में और जानते हैं क्या हैं उनके उत्तर?

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    कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 booster dose) के बारे में सामान्य सवाल और उनके जवाब

    कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 booster dose) के बारे में हम सभी जानना चाहते हैं। इस डोज को लेकर सबके मन में जिज्ञासा वैसी ही है, जैसी पहली डोज को लेने से पहले थी। लेकिन, इसके बारे में कुछ बातों का पता होना बेहद महत्वपूर्ण है। आइए जानिए इनके बारे में और अधिक:

    बूस्टर डोज कौन ले सकते हैं?

    कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 booster dose) वे लोग ले सकते हैं जिन्होंने पहले दोनों डोज ले ली हैं। अभी फ्रंटलाइन वर्कर्स, बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को ही यह डोज दी जा रही है।

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    दूसरी डोज और बूस्टर डोज में कितना अंतर होना चाहिए?

    दूसरी डोज और बूस्टर डोज में नौ महीनों का अंतर होना चाहिए।

    कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 booster dose) के दौरान और बाद किन चीजों का ध्यान रखें?

    बूस्टर डोज के लिए भी आपको उन सब चीजों का ध्यान रखना चाहिए, जो पहली दो डोजेज के दौरान रखनी चाहिए। जैसे इसे लेने से पहले डॉक्टर से सलाह ले लें, खाली पेट वैक्सीन न लें और वैक्सीन के बाद कुछ देर आराम करें। इस वैक्सीन को लेने के बाद भी आपको बुखार और अन्य माइनर समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में अपने डॉक्टर से इस बारे में पूरी जानकारी लेना जरूरी है।

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    यह तो थी कोविड-19 बूस्टर डोज (Covid-19 booster dose) के बारे में जानकारी। उम्मीद है कि यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। याद रखें, कोविड-19 (Covid-19) यानी कोरोनावायरस (Coronavirus) का खतरा अभी कम नहीं हुआ है। ऐसे में आप कुछ चीजों का खास ध्यान रखें। जैसे बाहर जाते हुए हमेशा मास्क पहनें, दूसरे लोगों से छह फीट की दूरी बना के रखें, समय-समय पर अपने हाथों को सेनेटाइज करते रहें, बाहर तभी जाएं अगर जरूरी हो। अगर आपको इसका कोई भी लक्षण नजर आता है तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें। इसके साथ ही लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करें और बूस्टर डोज के बारे में भी जानकारी दें।

    अगर आपके मन में इसे लेकर कोई भी सवाल है तो डॉक्टर से अवश्य जानें। आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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