घर बैठे होती है पढ़ाई- सुबह जल्दी उठकर स्कूल-कॉलेज जाने की जरूरत नहीं होती। आराम से घर के बिस्तर और चेयर पर बैठकर ही बच्चे पढ़ाई कर सकते हैं। कुछ डाउट होने पर पूरे दिन में कभी भी टीचर से चैट के जरिए बात कर सकते हैं।
नौकरी और पढ़ाई- जो युवा नौकरी के साथ ही पढ़ाई करना चाहते हैं, उनके लिए तो ऑनलाइन एज्युकेशन बेस्ट ऑप्शन है, क्योंकि उन्हें कॉलेज जाने की ज़रूरत ही नहीं होती तो वह आराम से नौकरी और पढ़ाई कर सकते हैं।
सोशल डिस्टेंसिंग– आज के समय में जब पूरी दुनिया सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने की सलाह दे रही है, ऐसे में बच्चों को पढ़ाने के लिए ऑनलाइन तरीका ही बेहतर है, क्योंकि क्लासरूम में बहुत ज्यादा सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रख पाना संभव नहीं होता है।
बच्चे बिज़ी रहते हैं- कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन लंबा चलने वाला है ऐसे में ऑनलाइन शिक्षा की वजह से बच्चों को पढ़ाई का ज्यादा नुकसान नहीं होगा।
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बच्चों के लिए ऑनलाइन एज्युकेशन के नुकासन
भले ही बच्चों के लिए ऑनलाइन एज्युकेशन आज समय की ज़रूरत है, लेकिन इससे होने वाले नुकसान से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। बच्चों और युवाओं पर इसके बहुत नकारात्मक असर होता है।