और पढ़ें: Easy five vaccine: ईजी फाइव वैक्सीन किन बीमारियों में दिलाती है राहत?
मिथ 7: नेचुरल इम्यूनिटी वैक्सीनेशन से प्राप्त होने वाली इम्युनिटी से बेहतर है।
फैक्ट: चाइल्ड वैक्सीनेशन के बारे में मिथ्स और फैक्ट्स (Myths Facts about child vaccination) में इस मिथ के बारे में आपको जानना जरूरी है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि नेचुरल चीजें अच्छी होती है। लेकिन, यह भी समझें कि नेचुरल हमेशा बेहतर नहीं होता है। वैक्सीन्स जिन कीटाणुओं से हमारी रक्षा करते हैं, वे प्रकृति का हिस्सा हैं, लेकिन वे हानिकारक होते हैं। हमें प्रकृति की बहुत सी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि, आप शायद यह नहीं जानते हैं कि सबसे शक्तिशाली पोइसंस पौधों और बेरीज से मिलते हैं।
वैक्सीन्स को नेचुरल सोर्सेज से बनाया जाता है। कुछ वैक्सीन्स लाइव जर्म्स से बनाई जाती हैं। जो बदलावों से गुजरती हैं ताकि बीमारी का कारण न बन सकें। कुछ वैक्सीन्स में जर्म्स का कुछ पार्ट होता है, जिसे बाहर निकाला और शुद्ध किया गया होता है। नेचुरल इम्युनिटी के अपने लाभ हैं और वैक्सीनेशन से मिलने वाली इम्यूनिटी के अलग फायदे हैं।
मिथ 8: शिशु को एक ही समय में एक से अधिक वैक्सीन लगाने से हार्मफुल साइड-इफेक्ट्स हो सकते हैं।
फैक्ट: साइंटिफिक एविडेंस यह बताते हैं कि बच्चों को एक ही समय कई वैक्सीन्स देने से बच्चे के इम्यून सिस्टम पर नेगटिव इफेक्ट नहीं पड़ता है। बच्चों का इम्यून सिस्टम (Immune system) बहुत अधिक मजबूत होता है और वो वे टीकों से रिसीव होने वाले जर्म्स की तुलना में कहीं अधिक कीटाणुओं को हैंडल कर सकते हैं। वास्तव में वैक्सीन में मौजूद जर्म्स की मात्रा उन जर्म्स की तुलना में बहुत कम है जिससे बच्चों का इम्यून सिस्टम (Immune system) रोजाना डील करता है। अर्थात, इस बात का कोई सुबूत मौजूद नहीं है कि शिशु को एक ही समय में एक से अधिक वैक्सीन लगाने से हार्मफुल साइड-इफेक्ट्स हो सकते हैं।
और पढ़ें: रोटाटेक ओरल वैक्सीन : छोटे बच्चों को रोटावायरस से जैसे गंभीर इंफेक्शन से बचाने में करती हैं मदद!
यह तो थी चाइल्ड वैक्सीनेशन के बारे में मिथ्स और फैक्ट्स (Myths Facts about child vaccination) के बारे में जानकारी। फैक्ट यह है कि वैक्सीनेशन लेना बच्चों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित और प्रभावी है। लेकिन, इसके बारे में तथ्यों के बारे में जानकारी होना जरूरी है जबकि इसके बारे में फैले मिथ्स पर विश्वास करने से बचें। अगर इसके बारे में कोई भी सवाल है, तो अपने डॉक्टर से इस बारे में अवश्य जानें। आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।