जैसे कि हमने आपको पहले भी बताया कि वेट के अधिक होने से या फिर मोटापा होने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है लेकिन यह बिल्कुल जरूरी नहीं है कि जो लोग मोटे हैं या फिर जिनका वजन अधिक है उन्हें कैंसर जरूर हो। कैंसर की समस्या के लिए अन्य रिस्क फैक्टर्स भी काम करते हैं। कुछ रिस्क फैक्टर्स जैसे कि हॉर्मोनल लेवल में बदलाव होना, जीन म्यूटेशन, लंबे समय से कोई इंफेक्शन, तंबाकू या शराब का सेवन करना आदि कैंसर के खतरे को बढ़ाने का काम करते हैं।
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बढ़े हुए वजन और कैंसर रिस्क कैसे हैं एक-दूसरे से संबंधित?
वेट और कैंसर रिस्क (Weight and Cancer Risk) के संबंध में कई शोध हो चुके हैं। ये शोध वेट बढ़ने से कैंसर के रिस्क के बारे में जानकारी देते हैं।
- अधिक वजन आपके हॉर्मोन इंसुलिन और इंसुलिन ग्रोथ फैक्टर -1 (IGF-1) के स्तर को बढ़ाता है। इस हॉर्मोन की बहुत अधिक मात्रा कुछ कैंसर को विकसित करने में मदद कर सकती है।
- फैट टिशू भी एस्ट्रोजन हॉर्मोन (Estrogen hormone) का अधिक उत्पादन करते हैं। एस्ट्रोजन हॉर्मोन स्तन कैंसर (Breast cancer) जैसे कुछ कैंसर को डेवलप करने में मदद कर सकता है।
- मोटे लोगों में हल्की सूजन की संभावना बनी रहती है। यह सूजन कैंसर से जुड़ी हुई हो सकती है।
- फैट सेल्स आपके शरीर की कैंसर कोशिका वृद्धि को नियंत्रित करने के तरीके को प्रभावित कर सकते हैं।
- जन्म के समय अधिकांश शिशुओं से अधिक वजन होना, एक वयस्क के रूप में वजन बढ़ाना, वजन कम करना और इसे बार-बार बढ़ाना आदि कैंसर के रिस्क फैक्टर को बढ़ाने का काम करते हैं।
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वेट और कैंसर रिस्क: कमर की माप पर भी दें ध्यान!
कैंसर की बीमारी को संतुलित आहार खाने से, वजन को ना बढ़ने देने से, तंबाकू का सेवन ना करके आदि बातों का ध्यान रखकर आप कैंसर जैसी बीमारी से बच सकते हैं। अगर आपको एक बार कैंसर हो चुका है, तो बेहतर होगा कि अपने वेट पर ध्यान दे और उसे मेंटेन रखें क्योंकि कैंसर दोबारा भी हो सकता है। कुछ बातों का ध्यान रख आप कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से दूर रह सकते हैं।
एक स्वस्थ बीएमआई आमतौर पर 18.5 और 24.9 के बीच होता है। 25 और 29.5 के बीच बीएमआई को अधिक वजन माना जाता है। 30 या उससे अधिक के बीएमआई को मोटा माना जाता है। अगर आप बीएमआई के बारे में नहीं जानते हैं, तो डॉक्टर से इस बारे में जानकारी प्राप्त करें। रिसर्च से ये जानकारी मिलती है कि बड़ी कमर की माप वाले लोगों में हार्ट डिजीज और कैंसर सहित कुछ बीमारियों का खतरा अधिक होता है। पुरुषों के लिए एक कमर का माप 40 इंच (101.6 सेमी) से कम और महिलाओं के लिए 35 इंच (88.9 सेमी) से कम मानी जाती है। अगर आपकी कमर की माप ज्यादा है, तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है।
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इस आर्टिकल में हमने आपको वेट और कैंसर रिस्क (Weight and Cancer Risk) लेकर जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।