अत्यधिक मोटापे का हार्ट हेल्थ पर असर (Effects of extreme obesity on heart health) का पता लगाने के लिए 13,000 से अधिक लोगों पर जॉन्स हॉपकिन्स के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन किया। जिसमें पाया गया है कि उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह जैसे जोखिम कारकों के बाद भी, तथाकथित एक्ट्रीम ओबेसिटी दिल की विफलता के लिए एक असाधारण जोखिम के रूप में अकेला खड़ा प्रतीत होता है, लेकिन दिल से संबंधित दूसरी बीमारियों जैसे कि कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary artery disease) के लिए नहीं। जॉन्स हॉपकिन्स टीम का कहना है कि उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और शुगर लेवल्स (Sugar levels) के बाद मॉर्डबिडली ओबेस लोगों में हार्ट फेलियर की संभावना हेल्दी बॉडी मास इंडेक्स वालों की तुलना में दो गुना अधिक थी।
शोधकर्ताओं ने आगाह किया है कि उनका अध्ययन गंभीर मोटापे और दिल की विफलता के बीच एक मजबूत, स्वतंत्र लिंक का सुझाव देता है लेकिन निश्चित रूप से कारण और प्रभाव निर्धारित नहीं करता है। इसके अलावा अत्यधिक मोटापे का हार्ट हेल्थ पर असर इसलिए भी होता है क्योंकि यह डायबिटीज का कारण बनता है जो हार्ट डिजीज (Heart disease) के रिस्क फैक्टर्स में से एक है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के कम से कम 68 प्रतिशत मधुमेह वाले लोगों को भी हृदय रोग है।
अत्यधिक मोटापे का हार्ट हेल्थ पर असर होता है ये आपने समझ लिया अब ये भी समझ लीजिए कि इस समस्या से कैस निपटा जा सकता है।
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अत्यधिक मोटापे का हार्ट हेल्थ पर असर और इसके लिए ट्रीटमेंट ऑप्शन (Treatment Options)
अत्यधिक मोटापे का इलाज कराना जरूरी होता है। आपको इसमें मुश्किल आ सकती है। इसके लिए आपको डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए। अत्यधिक मोटापे का हार्ट हेल्थ पर असर हो रहा है और आप इसको कम करना चाहते तो फिजिकल वर्कआउट अच्छा ऑप्शन हो सकता है, लेकिन डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी एक्सरसाइज प्लान का हिस्सा ना बनें। आप पहले आजमा रहे एक्टिविटीज को करते रह सकते हैं, लेकिन कुछ नया शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। व्यक्ति का ट्रीटमेंट कुछ इस प्रकार का हो सकता है।
डायट (Diet) में बदलाव करें
व्यक्ति को किसी डायटीशियन के पास रिफर किया जा सकता है। जो हर हफ्ते कुछ कुछ किलो वजन कम करने के लिए डायट प्लान देगा। वजन को कम करने के लिए हर दिन कंज्यूम की जाने वाली कैलोरीज को कम करना होगा। जो भी खा रहे उसे ट्रैक करना शुरू करना होगा। हर दिन 500 कैलोरीज को कम करके हफ्ते में 453 ग्राम के लगभग वजन कम किया जा सकता है। वही हर दिन 1000 कैलोरीज को कट करके एक हफ्ते में एक किलो तक वजन कम किया जा सकता है।

अत्यधिक मोटापे का हार्ट हेल्थ पर असर: नई एक्सरसाइज (Exercise) को एड करें
वेट लॉस गोल के कम से कम 10 प्रतिशत को अचीव कर लेने पर नई फिजिकल एक्टिविटी एक्सपर्ट की मदद से एड करें और वेट लॉस में मदद करें। अत्यधिक मोटापे का सामना कर रहे कुछ लोग दवाओं की मदद भी ले सकते हैं, लेकिन ये दवाएं काफी महंगी होती हैं और इनके साइड इफेक्ट्स भी होते हैं।
सर्जरी (Surgery)
अगर डायट में बदलाव करने, फिजिकल एक्टिविटीज को बढ़ाने और दवाएं लेने से वजन कम करने में मदद नहीं मिल रही है, तो मेटाबॉलिक सर्जरी एक ऑप्शन हो सकती है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन उन लोगों के लिए सर्जरी रिकमंड करती है जो प्रॉसीजर का सामना करने के लिए पूर्णत: स्वस्थ हैं और जिन्हें जीवनशैली परिवर्तनों और दवाओं से लाभ नहीं मिला है। सर्जरी के जोखिम में ऑपरेशन के तुरंत बाद संक्रमण और संभावित खतरनाक ब्लड क्लॉट्स शामिल हो सकते हैं, और लंबे समय तक विटामिन और खनिजों की सही मात्रा प्राप्त करने के बारे में चिंताएं शामिल हो सकती हैं।
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उम्मीद करते हैं कि आपको अत्यधिक मोटापे का हार्ट हेल्थ पर असर (Effects of extreme obesity on heart health) क्या होता है इससे संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।