हेल्दी फैट्स के कई फायदे हैं वहीं बहुत ज्यादा फैट का सेवन वजन बढ़ने का कारण बन सकता है। खाने में सिर्फ अनसैचुरेटेड फैट को शामिल करना ही पर्याप्त नहीं है आपको सैचुरेटेड फैट्स को हेल्दी फैट से रिप्लेस करना होगा। डायट से सैचुरेटेड फैट को कम करने से ब्लड कोलेस्ट्रॉल कम होगा और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट्स बढ़ेगा।
हार्ट हेल्थ के लिए पॉलीअनसैचुरेड फैट्स (Polyunsaturated Fats for Heart Health) : किन फूड्स में पाया जाता है?
ज्यादातर फूड्स में सभी प्रकार के फैट्स का कॉम्बिनेशन पाया जाता है। कुछ में अधिक मात्रा में हेल्दी फैट्स पाया जाता है। फूड्स और ऑइल्स निम्न प्रकार हैं जिनमें हार्ट हेल्थ के लिए पॉलीअनसैचुरेड फैट्स पाया जाता है।

- अखरोट
- सूरजमुखी का तेल
- अलसी के बीज और असली का तेल
- मछली उदाहरण सामन, टूना
- कोर्न ऑइल
- सोयाबीन का तेल
- ऑलिव ऑयल
हार्ट के लिए पॉलीसैचुरेटेड फैट को डायट में शामिल करने के लिए निम्न टिप्स ट्राय करें।
- कुकीज और स्नैक्स की जगह अखरोट खाएं, लेकिन पॉर्शन कम रखें क्योंकि नट्स में अधिक मात्रा में कैलोरीज होती हैं।
- मीट को फिश से रिप्लेस करें। हफ्ते में दो बार फिश खाएं।
- अलसी के बीजों को अपने मील में मिलाकर खाएं या आप इन्हें रोस्ट करके ऐसे ही खा सकते हैं।
- अखरोट और सूरजमुखी के बीजों को सलाद में एड करें।
- बटर की जगह सूरजमुखी का तेल या ऑलिव ऑइल यूज करें।
- प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन कम करें क्योंकि इनमें सैचुरेटेड फैट होता है। इनकी जगह होल फ्रूट और सब्जियों का सेवन करें।
हालांकि हार्ट हेल्थ के लिए पॉलीसैचुरेटेड फैट कितना फायदेमंद है जिसके बारे में और अध्ययन किए जाने की आवश्यकता है क्योंकि कुछ स्टडीज में इसे हार्ट के लिए उतना हेल्दी नहीं माना गया है। कुछ शोधकर्ताओं को कहना है कि इसका कारण ओमेगा-6 फैटी एसिड्स हैं। जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को तो कम कर देते हैं, लेकिन ऑक्सिडाइज्ड एलडीएल के रिस्क को बढ़ा देते हैं। जिसमें फ्री रेडिकल्स पाए जाते हैं जो हार्ट डिजीज में योगदान दे सकते हैं। हालांकि, कई स्टडीज में इसे कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के रिस्क को कम करने वाला बताया गया है। इसके बारे में अधिक जानकारी के डॉक्टर से संपर्क करें और उनकी सलाह पर ही अपनी डायट में किसी प्रकार का बदलाव करें।
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पॉलीअनसैचुरेटेड फैट के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of polyunsaturated fat)
हार्ट के लिए पॉलीअनसैचुरेटेड फैट के फायदे जानने के बाद इसके अन्य फायदे और नुकसान के बारे में भी जान लीजिए।
- ब्रेन फंक्शन के लिए मददगार है। ओमेगा 3 फैटी एसिड्स ब्रेन डेवलपमेंट और फंक्शन में मदद करते हैं। एनसीबीआई में छपी एक स्टडी के अनुसार ओमेगा-3 फैटी एसिड्स ओल्डर एडल्ट में मेमोरी फंक्शन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
- इंफेंट डेवलपमेंट में मददगार। जो महिलाएं गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान फैटी फिश का सेवन करती हैं उनके बच्चे हेल्दी होते हैं। हालांकि फिश ऑयल सप्लिमेंटस से वह रिजल्ट नहीं मिलता है। प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी चीज का सेवन ना करें।
पॉलीअनसैचुरेड फैट हो या अन्य कोई हेल्दी चीज सबका सेवन मॉडरेशन में किया जाना चाहिए। अधिक मात्रा में कंज्यूम करने से हेल्थ रिस्क भी हो सकते हैं।
- बहुत अधिक मात्रा में ओमेगा-3 या ओमेगा-6 का सेवन इंफ्लामेशन को बढ़ावा देता है जो हेल्थ को नुकसान पहुंचाती है। वहीं पॉलीअनसेचुरेटेड फैट सहित सभी फैट में प्रति ग्राम 9 कैलोरी होती है जो कार्ब्स या प्रोटीन में पाए जाने वाले कैलोरी के दोगुने से अधिक।
- इसलिए, पॉलीअनसेचुरेटेड फैट से कैलोरी जल्दी प्राप्त हो सकती है। यदि आप सावधान नहीं रहते हैं, तो आप अपनी कैलोरी आवश्यकताओं को पार कर सकते हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको हार्ट हेल्थ के लिए पॉलीअनसैचुरेड फैट्स (Polyunsaturated Fats for Heart Health) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।