हेल्दी बीज, शायद आपने इस बारे में सुना न हो और अगर सुना हो तो इनका उपयोग न किया हो। आपको बता दें कि बीजों के ढेर सारे फायदे हैं। ये न सिर्फ आपको कुछ प्रमुख बीमारियों से बचाने में सहायक हैं, बल्कि, आपके शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी को पूरा भी कर सकते हैं। पौधे का सबसे महत्वपूर्ण भाग उसके बीज ही होते हैं। उनमें उस पेड़ या पौधे के सभी गुण मौजूद रहते हैं। ऐसे कई हेल्दी बीज हैं, जो सेहत के लिए वरदान की तरह हैं। सभी अच्छी बात है कि ये बीज आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। कई बार तो किचन में मौजूद रहने पर भी हम इनका उपयोग नहीं कर पाते क्योंकि हम इसके फायदों से अनजान होते हैं। तो आइए जानते हैं हेल्दी बीजों के ऐसे फायदे जिनके बारे में आपने सोचा नहीं होगा।
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1.हेल्दी बीज में सबसे पहले चीया सीड्स
चीया सीड्स बेहद सॉफ्ट और क्रीमी टेक्चर के साथ आते हैं। इन्हें सुपर फूड भी कहा जाता है। इनमें कैल्शियम की मात्रा काफी अधिक होती है। इसके साथ ही इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, कैलोरीज, फाइबर, प्रोटीन, विटामिनबी 1, मैग्नीशियम और मैग्नीज पाया जाता है। इसमें मोनोसैचुरेड फैट कम मात्रा में पाया जाता है। इसमें कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं।
फायदे-
कई स्टडीज में ऐसा पता लगा है कि चिया सीड्स खाने से ब्लड में एएलए (ALA) बढ़ जाता है। एएलए महत्वपूण्र ओमेगा-3 फैटी एसिड है जो इंफ्लामेशन को कम करने में मदद करता है।
इसके अलावा चिया सीड्स ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद कर सकते हैं।
अगर आपके खाने के तुरंत चिया सीड्स खाते हैं तो ये ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद कर सकते हैं।
चिया सीड्स हार्ट डिजीज के जोखिम को भी कम करते हैं क्योंकि इसके उपयोग से ब्लड प्रेशर कम हो जाता है।
आप इनका उपयोग सलाद या स्मूदीज में कर सकते हैं। ध्यान रहे इन्हें रॉ ही इस्तेमाल करें। कई लोग मिठाईयों में भी चिया सीड्स का उपयोग करते हैं, जो कि सही नहीं है।
अलसी के बीज फाइबर, प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड खासतौर पर अल्फा लिनोनिक एसिड (ALA), ओमेगा-6 फैटी एसिड का अच्छा सोर्स हैं। इसके साथ ही इसमें कैलोरीज, मैग्नीज, थियामीन, मैग्नीशियम पाया जाता है। यह भी कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट का सोर्स है।
इसके अलावा यह ब्लड प्रेशर को भी कम करने में मदद करते हैं। अगर इन्हें लगातार 12 हफ्तों तक खाया जाए।
कुछ अध्ययनों के मुताबिक अलसी के बीज महिलाओं में ब्रेस्ट ट्यूमर की ग्रोथ को कम कर सकते हैं। साथ ही कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं।
अस्थमा और खांसी में भी ये बीज लाभ पहुंचाते हैं।
एक और अच्छी बात है कि अलसी के बीच वजन कम करने में मदद करते हैं।
3. हेल्दी बीज में शामिल करें तिल के बीज
तिल के बीज फाइबर, प्रोटीन, कैलोरीज, ओमेगा-6 फैटी एसिड, कॉपर, मैग्नीज, मैग्नीशियम, कैल्शियम और अच्छे फैट का अच्छा सोर्स हैं। इसमें सेसामिन नाम का एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। तिल के बीज डायट्री सोर्स लिग्नंस के लिए जाने जाते हैं।
फायदे-
एक स्टडी के अनुसार अगर महिलाएं मेनोपॉज के बाद 50 ग्राम तक तिल के बीज का पाउडर रोज पांच हफ्तों तक खाती हैं तो इससे कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है साथ ही यह सेक्स हॉर्मोन में सुधार करता है।
तिल के बीज इंफ्लामेशन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में भी मदद करते हैं, जो कि कई डिसऑर्डर के लक्षणों को गंभीर बना सकते हैं।
तिल के बीज कब्ज, गैस से भी राहत दिलाते हैं।
कैल्शियम का अच्छा सोर्स होने से कारण यह हड्डियों के लिए लाभकारी हैं और उन्हें मजबूत बनाते हैं।
कद्दू के बीज का उपयोग कई लोग करते हैं। यह फास्फोरस, ओमेगा-6 फैटी एसिड्स और मोनोसैचुरेड फैट का अच्छा सोर्स हैं। इसके साथ ही इनमें कैलोरीज, फाइबर, प्रोटीन, मैग्नीज, मैग्नीशियम भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। कद्दू के बीज कई गुणों से भरपूर है इसलिए इनके फायदे भी कई हैं।
फायदे-
अध्ययन के अनुसार सूरजमुखी के बीज और कद्दू के बीज पर्याप्त मात्रा में खाने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम होता है।
इसके साथ ही पंपकिन सीड्स यूरिन में कैल्शियम की मात्रा को कम करके ब्लैडर स्टोन के खतरे को कम करते हैं।
कुछ स्टडीज में इस बात का दवा किया गया है कि कद्दू के बीज का तेल प्रोस्टेट के लक्षणों को कम करता है और यूरिनरी डिसऑर्डर में राहत पहुंचाता है।
सूरजमुखी के बीजों में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, मोनोसैचुरेटेड फैट्स, विटामिन ई, कैलोरीज, फाइबर, प्रोटीन, ओमेगा फैटी एसिड, मैग्नीज और मैग्नीशियम पाया जाता है।
फायदे-
सूरजमुखी के बीज व्यस्क और ज्यादा उम्र के लोगों में इंफ्लामेशन को कम करते हैं जिससे हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है।
अध्ययन के मुताबिक हफ्ते में पांच बार सनफ्लॉवर सीड्स का सेवन सी रिएक्टिव प्रोटीन (CRP) का लेवल कम करता है जो इंफ्लामेशन के लिए जिम्मेदार होता है।
यह कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में मदद करते हैं।
6.मेथी के बीज
मेथी के बीज में फायटोन्यूट्रिएंट्स का अच्छा सोर्स होते हैं। इनमें फॉस्फोरस, आयरन, मैंगनीज और कॉपर भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। ये वात (दर्द आदि) रोगों की बेहतरीन दवा है।
फायदे-
जोड़ों के दर्द के मरीजों रोज को इसकी सब्जी बनाकर खाना चाहिए। इससे काफी राहत मिल सकती है।
मधुमेह और मोटापे के रोगियों को इसका चूर्ण खाने से फायदा मिल सकता है।
हेल्दी बीजों का उपयोग कैसे करें?
ये बात जानना बेहद जरूरी है। आपको बता दें कि खाने योग्य बीजों को हमें कच्चा ही खाना चाहिए। गर्मी के संपर्क में आने पर ये हेल्दी बीज टॉक्सिन सब्टेंस प्रोड्यूस करते हैं। बीजों को रोस्ट करने से भी उनके पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। हमें बीजों को उनके नैचुरल रूप यानी कि कच्चे रूप में ही खाना चाहिए। हम उन्हें अन्य खाद्य पदार्थों के साथ बेशक खा सकते हैं, लेकिन उन्हें पूरे तरह रोस्ट करना और चॉकलेट में डूबोकर या उन्हें तलकर साथ खाना सही नहीं है। इससे हमें कोई फायदा नहीं पहुंचेगा।
साथ ही एक बात जरूर याद रखें कि सभी को आयुर्वेदिक खाद्य सूट नहीं करते इसलिए इन्हें अपनी डायट का हिस्सा बनाने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और हेल्दी बीज से संबंधित जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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