हमारे शरीर में हार्ट अहम रोल अदा करता है। अगर हार्ट के किसी हिस्से में कोई समस्या हो जाए, तो पूरे शरीर में कार्य प्रणाली प्रभावित हो सकती है। शरीर में रक्त कोशिकाओं की सहायता से ऑक्सीजन और अन्य न्यूट्रिएंट्स पहुंचते हैं लेकिन अगर किसी कारण से ये बाधित हो जाए, तो शरीर में विभिन्न प्रकार के लक्षण दिखने लगते हैं। आर्टीरीओस्क्लेरोसिस (Arteriosclerosis) हार्ट संबंधी डिजीज है, जिसमें आर्टरीज (ब्लड वैसल्स जो शरीर के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन के साथ ही अन्य न्यूट्रिएंट्स ले जाती है) किन्हीं कारणों से मोटी या स्टिफ हो जाती हैं, जिससे शरीर के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन या न्यूट्रिएंट्स पहुंचने में दिक्कत होने लगती है। हेल्दी ऑर्टरीज फ्लेक्सिबल होती है और साथ ही इलास्टिक भी होती हैं लेकिन समय के साथ ही इनमें बदलाव आ जाता है। समय के साथ ही ये आर्टरीज हार्ड हो जाती है और ब्लड फ्लो में रूकावट भी पैदा होने लगती है। आइए जानते हैं आर्टीरीओस्क्लेरोसिस (Arteriosclerosis) के बारे में विस्तार से।