आर्टरी में ब्लॉकेज प्लाक के फटने के कारण होता है। अगर प्लाक फट जाता है, तो उसके ऊपर स्थित पदार्थ भी दिखने लगते हैं। रप्चर होने के कारण ब्लड क्लॉट की संभावना भी बढ़ जाती है। इस कारण से रक्त के प्रवाह में दिक्कत होती है और दिल का दौरा या फिर स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
एथेरोस्क्लेरोसिस पैथोजेनेसिसि का ट्रीटमेंट (Pathogenesis of atherosclerosis Treatment)
अगर आप चाहते हैं कि आपके हार्ट में प्लाक का निर्माण न हो, तो इसके लिए जरूरी है कि आप खाने में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को सीमित करें। साथ ही मोटापे से बी बचें। मोटापे की समस्या भी हार्ट की बीमारी का कारण बनती है। अगर आपकी आर्टरी में प्लाक बनना शुरू हो चुकी है, तो इसके लक्षण दिख सकते हैं। डॉक्टर जांच के बाद कोलेस्ट्रॉल को कम करने की दवा देते हैं ताकि हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सके। आपको इस समस्या से बचने के लिए रोजाना स्ट्रिक्ट डायट को फॉलो करने के साथ ही फिजिकल एक्टिविटी पर भी ध्यान देना होगा। ऐसा करके ही आप हार्ट को हेल्दी रख सकते हैं। अगर आपको लग रहा है कि आपको इस विषय में अधिक जानकारी चाहिए, तो डॉक्टर से जानकारी जरूर लें।
हार्ट को हेल्दी रखने के लिए आपको ही शुरुआत करने की जरूरत है। अगर आपको हेल्दी हार्ट चाहिए, तो रोजाना एक्सरसाइज करें और हेल्दी डायट लें। खाने में अधिक नमक का सेवन, फैट का सेवन या शुगर का सेवन न करें। ऐसा करने से आपकी हार्ट हेल्थ को नुकसान पहुंच सकता है। अगर आपको हार्ट डिजीज से संबंधित कोई भी लक्षण नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता। इस आर्टिकल में हमने आपको एथेरोस्क्लेरोसिस पैथोजेनेसिसि (Pathogenesis of atherosclerosis ) के संबंध में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको एथेरोस्क्लेरोसिस पैथोजेनेसिसि से संबंधित अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।