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क्या है डेंटल प्रॉब्लम और हार्ट प्रॉब्लम में आपस में संबंध?
डेंटल प्रॉब्लम और हार्ट प्रॉब्लम में तीन प्रकार का संभावित संबंध हो सकता है, जो इस प्रकार हैं-
1. मुंह में मौजूद बैड बैक्टीरिया मसूड़ों को संक्रमित करते हैं और जिंजिवाइटिस (मसूड़ों में सूजन [Gingivitis]) और पेरियोडोंटाइटिस का कारण बनते हैं। इसके साथ ही अन्य शारीरिक अंगों यानी रक्त वाहिकाओं (Blood vessels) में भी ये बैक्टीरिया पहुंच सकते हैं। मुंह में मौजूद बैक्टीरिया के अवशेषों का मुंह से काफी दूर एथेरोस्क्लेरोटिक रक्त वाहिकाओं में पाए जाने का निष्कर्ष इस आइडिया का समर्थन करता है। लेकिन वहीं, एंटीबायोटिक उपचार कार्डियोवैस्कुलर खतरे को कम करने में प्रभावी साबित नहीं हुआ है।
2. बैड बैक्टीरिया का शरीर में फैलने की वजह से व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immune power) कम करने लगती है, जिससे कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। बैड बैक्टीरिया डेंटल प्रॉब्लम और हार्ट प्रॉब्लम या यूं कहें कि डेंटल प्रॉब्लम से हार्ट की परेशानियों को बढ़ाने का काम करता है।
3. हो सकता है कि मसूड़ों की बीमारी और कार्डियोवैस्कुलर रोगों (डेंटल प्रॉब्लम और हार्ट प्रॉब्लम ) में कोई संबंध ना हो। इन दोनों के एक साथ घटित होने का कारण यह है कि यहां एक तीसरा कारक है, (जैसे कि धूम्रपान करना) जो दोनों ही स्थिति के लिए खतरे का कारण बन सकती है। अन्य संभावित हैरान करने वाले कारणों में शामिल हैं अनहेल्दी लाइफ स्टाइल और वर्कआउट की कमी। इसलिए डेंटल प्रॉब्लम और हार्ट प्रॉब्लम से बचने के लिए हेल्दी लाइफ स्टाइल और नियमित व्यायाम बेहद जरूरी है।