दिल की सेहत के लिए अपनाएं मेडिटेरेनियन डायट
हृदय रोग डायट प्लान में मेडिटेरेनियन डायट को अपना सकते हैं। इस डायट के कार्डियोवस्कुलर लाभ हैं। इस डायट को अपनाकर हार्ट डिजीज व स्ट्रोक की संभावनाओं को कम कर सकते हैं। हृदय रोग डायट प्लान के तहत इस डायट में हेल्दी फैट, दाल, मछली, बींस, ग्रेन्स के साथ फल व सब्जियां शामिल हैं। वहीं समय-समय इस डायट प्लान के तहत आप डेयरी प्रोडक्ट का सेवन भी कर सकते हैं। मेडिटेरेनियन डायट में प्लांट बेस्ट ऑयल आते हैं। इसमें ऑलिव ऑयल आता है।
यदि आप अपनी डायट में डेयरी प्रोडक्ट को शामिल करते हैं तो जरूरी है कि उसमें फैट एक फीसदी से भी कम हो। यह आपके ओवरऑल सैचुरेटेड फैट को कम करता है। आप चाहे तो स्किन मिल्क या फैट फ्री दही का सेवन कर सकते हैं।
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डैश डायट को अपनाएं
मेडिटेरेनियन डायट की ही तरह डैश डायट में प्लांट बेस्ड फूड के साथ लीन मीट शामिल है। डैश डायट में सोडियम का सेवन कम किया जाता है। इसके तहत सोडियम इनटेक 1500 से 2300 एमजी प्रति दिन रखा जाता है। मेडिटेरेनियन डायट में सोडियम की लिमिट तय नहीं है, लेकिन जैसे ही आप ज्यादा से ज्यादा प्लांट फूड का सेवन करते हैं ऐसे में आप अपने आप ही प्राकृतिक तौर पर सोडियम का सेवन कम करने लगते हैं। डैश डायट में लो फैट डेयरी प्रोडक्ट का सेवन रोजाना करें। डैश डायट में प्राकृतिक तौर पर सोडियम और कोलेस्ट्रोल का सेवन कम कर ब्लड प्रेशर और दिल के स्वास्थ्य में सुधार लाया जा सका है। हृदय रोग डायट प्लान के लिए यह बेस्ट है।
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पौधों पर आधारित भोजन
हृदय रोग डायट प्लान में पौधों पर आधारित भोजन को प्लांट फॉर्वर्ड इटिंग भी कहा जाता है। प्लांट बेस्ड डायट में मीट का कम से कम सेवन करते हैं।
जैसा कि नाम है इस डायट प्लान में ज्यादा से ज्यादा फलों व हरी सब्जियों का सेवन व अनाज, दाल का सेवन करते हैं। साइंटिफिक तौर पर भी माना जाता है कि ज्यादा से ज्यादा फलों व हरी सब्जियों का सेवन करने से हमारा हार्ट हेल्थ बेहतर होता है। वहीं ऐसा कर हम अन्य बीमारियों के खतरे को कम कर सकते हैं, जैसे
- कैंसर
- स्ट्रोक
- टाइप 2 डायबिटीज