मीनाक्षी मिशन हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के डॉक्टरों का कहना है कि पिछले 25 सालों में भारत में हृदय रोग के लक्षण (Heart disease symptoms) और स्ट्रोक से पीड़ित लोगों की संख्या में लगभग 50% की वृद्धि हुई है। एक प्रेस रिलीज के अनुसार, वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ, डॉ एन. गणेशन, डॉ आरएम। कृष्णन, डॉ संपत कुमार, डॉ सेल्वमणि और डॉ एस. कुमार ने कहा “दुनियाभर में आज हृदय संबंधी बीमारियां मृत्यु का सबसे बड़ा कारण बनकर सामने आ रही हैं।” विश्व स्तर पर दिल की बीमारियों से होने वाली मृत्यु का आंकड़ा लगभग 31 प्रतिशत है। 2015 में दुनिया भर में 17 मिलियन मृत्यु में से (70 की उम्र से पहले) लगभग 82% मौतें नॉन-कम्युनिकेबल डिसीज की वजह से हुई जिनमें से 37% का कारण हृदय रोग था।