2. मानसिक थकान का संकेत है याददाश्त का कमजोर होना
अगर आप छोटी-छोटी बातों को जो, कि महत्वपूर्ण हैं, भूल जाते हैं तो यह समस्या मानसिक थकान की हो सकती है।
3. ध्यान केंद्रित न होना भी है मानसिक थकान का संकेत
एक ही समय में कई काम करने की वजह से ध्यान केंद्रित नहीं हो पाता है जिससे, दिमाग को सोचने और नई चीजों को ग्रहण करने में कठिनाई होती है।
4. प्रेरणा की कमी भी हो सकती है मानसिक थकान का संकेत
आप प्रोडक्टिव बने रहना चाहते हैं लेकिन, चाह कर भी ऐसा नहीं कर पा रहे हैं या हर छोटे से छोटे काम को करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है, तो आपको मानसिक थकान हो गई है जिसके बारे में आपको हल ढूढ़ने की जरूरत है।
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5. मानसिक थकान हो सकती है नकारात्मक भावनाओं का बढ़ने के पीछे
अचानक से आप खुद में चिंता, चिड़चिड़ापन, क्रोध, उदासी जैसी कई नकारात्मक भावनाओं को नोटिस करते हैं। खुश रहने के लिए संघर्ष करते हैं, तो आपको मानसिक थकान है जिसकी, वजह से मस्तिष्क सकारात्मक तरीके से काम नहीं कर रहा है।
6. भूख कम या बहुत ज्यादा लगने की वजह हो सकती है मानसिक थकान
आपको न तो खाना बनाने की ऊर्जा है, न ही खाने के लिए इच्छा होती है या तो आप पहले से अधिक बार भोजन करने लगे हैं। बार-बार फास्ट फूड और जंक फूड खाते हैं। ये सब इशारे हैं कि आपका दिमाग अच्छी तरह से काम नहीं कर रहा है और वह आपको मानसिक थकान से गुजर रहे है।
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7. शारीरिक लक्षण भी बताते हैं मानसिक थकान के बारे में
मस्तिष्क का संबंध शरीर से होता है, इसके कुछ लक्षण शरीर पर भी दिखने लगते हैं जैसे सिर दर्द। मानसिक थकान के चलते शरीर में हार्मोन पाचन तंत्र को भी खराब कर देते हैं, जिसकी वजह से पेट दर्द, दस्त, कब्ज जैसे दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं। बेचैनी, दांत पीसना, उच्च रक्तचाप, दिल की धड़कन बढ़ना, सांस की तकलीफ, बेहोशी और चक्कर आना भी इस सूची में शामिल हैं।
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मानसिक थकान (Mental Fatigue) को कम करने के उपाय
- एक साथ बहुत सारे काम करना बंद करें
- अच्छी लाइफस्टाइल अपनाए
- एक्सरसाइज करें
- योग और ध्यान का सहारा लें, जिसकी मदद से आप अपनी मानसिक थकान को कम कर सकते हैं और यह साथ ही साथ अवसाद को भी कम करने में मदद करता है।
- जब कोई काम किसी व्यक्ति को थका हुआ महसूस कराता है, तो उस कार्य के तरीके में बदलाव करके चीजों में सुधार लाया जाना चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यक्ति को किसी काम को पूरा करने में अधिक समय लगता है तो वह सहकर्मियों की मदद ले जिससे उसका काम समय पर पूरा हो जाए ओर मानसिक थकान भी न हो।
- अच्छा आहार आपके शरीर के लिए जरूरी है, अगर आपका शरीर स्वस्थ रहेगा आपका मन भी खुद प्रसन होगा जिससे मानसिक संतुलन बना रहेगा जिससे आप तरोताज़ा महसूस करेंगे।
- आप किसी थेरपिस्ट की मदद भी ले सकते हैं, जो स्ट्रेस से डील करना सिखाते हैं।
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