रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immune system) को बढ़ाएं :
सीताफल में अधिक मात्रा में विटामिन-सी (Vitamin C) और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। यह शरीर को कई बीमारियों और इंफेक्शन से लड़ने में सक्षम बनाता है। शरीर में विटामिन-सी की कमी का सीधा ताल्लुक इम्युनिटी है जिससे कई तरह के गंभीर इंफेक्शन (Infection) होने का खतरा बना रहता है।
सूजन को दूर करता है :
सूजन कई गंभीर बीमारी जैसे हृदय रोग (Heart disease) और कैंसर (Cancer) का कारण होती है। शरीफा में कई एंटी-इन्फलामेटरी कंफाउंट होते हैं जिसमें काउरेनिक एसिड (kaurenoic acid) भी शामिल है। जानवरों पर किए गए एक शोध के अनुसार, इस एसिड में मजबूत एंटी-इन्फलामेटरी गुण होते हैं जो सूजन से निजात दिलाते हैं।
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एंटीकैंसर प्रॉपर्टीज:
शरीफा में कुछ ऐसे कंपाउंड होते हैं जो कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं। एक शोध के अनुसार, इसमें कई फ्लेवोनॉयड भी होते हैं जो कैंसर सेल्स (Cancer cells) की ग्रोथ को रोकते हैं।
खून की कमी को करता है दूर:
विटामिन-सी और आयरन से भरपूर सिताफल हिमोग्लोबिन (Hemoglobin) बढ़ाने और खून की कमी को दूर करने में असरदार है। इसलिए एनीमिया (Anemia) से बचने के लिए भी सीताफल का सेवन लाभदायक होता है। जिसमें शरीर में रेड ब्लड सेल्स (Red Blood Cells) की कमी हो जाती है। जिनके शरीर में खून के साथ ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा पहुंचने में परेशानी होती है। तो उनके लिए भी ये काफी प्रभावकारी है।
अस्थमा (Asthma) से बचाए सीताफल:
इसमें मौजूद विटामिन-बी6 अस्थमा के अटैक से सुरक्षा प्रदान करता है। इसमें कई गुण ऐसे होते हैं, जो ब्रोंकाइल इंफ्लेमेशन से बचाने में मदद करते हैं। अस्थमा एक प्रकार की मेडिकल कंडीशन है, जो इन्फ्लेमेशन (फेफड़ों के रास्ते में सूजन) के कारण भी हाे सकती है। ऐसे में डॉक्टरों का मानना है कि सीता सीताफल के प्रयोग से इस समस्या को ठीक किया जा सकता है। यह एक बेहतरीन एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण वाला फल है। एंटी-इंफ्लेमेटरी (Anti-inflammatory) क्रिया अस्थमा के जोखिम को कम करने में मदद करती है।
दिल (Heart) संबंधित बीमारियों से रखे दूर:
इसमें मैग्निशियम पाया जाता है, जो कार्डिएक अटैक (Cardiac arrest) से बचाता है। इसमें कई ऐसे गुण पाए जाते हैं, जोकि दिल की बीमारियों को दूर करने में मददगार हैं। हार्ट अटैक के खतरे को कम करने के लिए भी सीताफल का उपयोग किया जा सकता है। इसमें विटामिन-बी6 (Vitamin B6) की भी पर्याप्त मात्रा पायी जाती है। इसमें पाए जाने वाले विटामिन-बी6 के सेवन से हृदय रोग (Heart disease) के खतरे को कम किया जा सकता है।
इसके अलावा कोलेस्ट्राॅल (Cholesterol) की समस्या के लिए भी काफी प्रभावकारी है। इसके सेवन में कोलेस्ट्रोल की मात्रा भी कंट्रोल में रहती है। इसमें नियासिन विटामिन की मात्रा पाई जाती है, इसके सेवन से कोलेस्ट्रोल स्तर (Cholesterol level) को संतुलित बना रहता है और हृदय रोग व हार्ट अटैक (Heart attack) से बचाए रखने में मददगार होता है।