स्ट्रेस अलग-अलग तरीकों से व्यक्तियों को प्रभावित करता है। कुछ अनुभव जिन्हें आमतौर पर सकारात्मक माना जाता है, स्ट्रेस पैदा कर सकते हैं। जैसे कि बच्चा होना, यात्रा पर जाना, किसी अच्छे घर में जाना और फेमस होना। ऐसा इसलिए है, क्योंकि वे अक्सर एक बड़े बदलाव में नई जिम्मेदारियों और अनुकूलन की आवश्यक होती है।
चुनौतियों के प्रति लगातार नकारात्मक प्रतिक्रिया का स्वास्थ्य और खुशियों पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है। हालांकि, स्ट्रेस के प्रति आपकी प्रतिक्रिया कैसी है। इसके बारे में जागरूक होने से आप नकारात्मक भावनाओं और तनाव का प्रभाव कम कर सकते हैं और इसे अधिक प्रभावी ढंग से रोक सकते हैं।
स्ट्रेस मैनेजमेंट कैसे करें?
अगर अत्यधिक स्ट्रेस लेने से आपके शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक स्वास्थ्य पर असर बुरा असर पड़ रहा है, तो आपको स्ट्रेस मैनेजमेंट की काफी जरूरत है। स्ट्रेस मैनेजमेंट में मौजूद टिप्स की मदद से न सिर्फ आप अपने स्ट्रेस को पहचान पाएंगे बल्कि आसानी से उसे मैनेज भी कर पाएंगे। आइए, इन टिप्स के बारे में जान लेते हैं।
- सबसे पहले हमें अपने तनाव के कारण को जानना होगा, जो कि हमारा जीवन प्रभावित कर रहा है। हालांकि यह इतना आसान नहीं है, जितना सोचने में लग रहा है। आप बड़े कारण जैसे जॉब, रिलेशनशिप इश्यू, फाइनेंशियल इश्यू, डिवोर्स आदि को आसानी से पहचान सकते हैं, लेकिन छोटी-छोटी चीजों को पहचानना मुश्किल होता है। इसके लिए आप एक तरीका अपनाएं कि जब-जब आपको तनाव महसूस हो, आप एक जगह लिख लें कि आप ने किन-किन चीजों के बारे में सोचा है या आपको गुजरना पड़ा है। जब आप ऐसा तीन-चार बार कर लेंगे, तो उसमें से कॉमन फैक्टर्स को आराम से निकाल सकते हैं।
- हमें जिंदगी में चार A को अपनाना चाहिए। यह हमें किसी भी स्थिति या तनाव से बचाव या उसे दूर करने में मदद करते हैं। यह चार A हैं- अवॉयड (Avoid), ऑल्टर (Alter), अडैप्ट (Adapt) और एक्सेप्ट (Accept)। आप स्थिति या तनाव पैदा करने वाले फैक्टर्स को नजरअंदाज, प्रतिक्रिया करने का तरीका बदलकर, स्थिति को अपनाकर या स्वीकार करके थोड़ा बचा जा सकता है।
- जो हो गया उसे बदला नहीं जा सकता, इसलिए उसके बारे में सोच-सोचकर परेशान रहना समझदारी की बात नहीं है। इसके बजाय आपको अपनी जिंदगी में आगे बढ़ना चाहिए।
- हमारे दोस्त, परिवारवाले या प्रियजन तनाव को दूर करने और खुश रहने का सबसे अच्छा जरिया है। इसलिए आप तनाव के कारण खुद को अकेला न करें। बल्कि लोगों के साथ घुले-मिलें। इससे आपका दिमाग दूसरी चीजों में भी लगेगा।
- अपनी जीवनशैली को स्वस्थ बनाएं। स्वस्थ आहार खाएं, पर्याप्त नींद लें और रोजाना थोड़ी देर व्यायाम करें।
हम उम्मीद करते हैं कि आप यह आर्टिकल पढ़कर पर्याप्त जानकारी हासिल कर चुके होंगे कि तनाव का प्रभाव क्या होता है और स्ट्रेस को कैसे मैनेज किया जा सकता है। अगर आपको इस बारे में और कोई सवाल या शंका है, तो किसी मनोचिकित्सक या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।