अफेक्टिव डिसऑर्डर के कारणों के बारे में ठीक से कुछ कहा नहीं जा सकता। न्यूरोट्रांसमीटर, या ब्रेन कैमिकल्स मूड को प्रभावित करने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। जब वे किसी तरह से असंतुलित हो जाते हैं, या आपके मस्तिष्क को ठीक से संकेत नहीं देते हैं, तो इसका परिणाम एक अफेक्टिव डिसऑर्डर हो सकता है। वास्तव में असंतुलन का कारण क्या है, यह पूरी तरह से ज्ञात नहीं है।
जीवन की घटनाएं इफेक्टिव डिसऑर्डर्स को ट्रिगर कर सकती हैं। एक दर्दनाक घटना या व्यक्तिगत नुकसान डिप्रेशन या किसी अन्य अफेक्टिव डिसऑर्डर (Affective disorders) का कारण बन सकता है। शराब और नशीली दवाओं का प्रयोग भी एक जोखिम कारक है।
एक आनुवंशिक कारक भी प्रतीत होता है। यदि परिवार में किसी को इनमें से कोई एक डिसऑर्डर है, तो आपको भी इसके विकसित होने का अधिक खतरा है। इसका मतलब है कि वे वंशानुगत हैं। हालांकि, यह गारंटी नहीं है कि फैमिली हिस्ट्री होने पर व्यक्ति हमेशा ही अफेक्टिव डिसऑर्डर से प्रभावित होगा। बस उसका जोखिम बढ़ जाता है।
अफेक्टिव डिसऑर्डर का निदान (Diagnosis of affective disorder)
अफेक्टिव डिसऑर्डर का निदान करने के लिए कोई चिकित्सा परीक्षण नहीं हैं। निदान करने के लिए, एक मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल की मदद लेनी होगी। वह मनोरोग मूल्यांकन के जरिए डायग्नोस करने में मदद कर सकता है। वे इसके लिए पहले तय की गई गाइडलाइंस का पालन करेंगे। वे मरीज से उनके लक्षणों के बारे में पूछेंगे। साथ ही मेडिकल हिस्ट्री और फैमिली हिर्स्टी के बारे में भी सवाल किए जाएंगे। अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों को देखने के लिए कुछ परीक्षण किए जा सकते हैं।
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अफेक्टिव डिसऑर्डर का इलाज (Affective disorder treatment)
अफेक्टिव डिसऑर्डर (Affective disorders) के ट्रीटमेंट में दो ऑप्शन शामिल हैं जिसमें मेडिकेशन और थेरिपी शामिल हैं। ट्रीटमेंट में दोनों ऑप्शन्स को शामिल किया जाता है। कई एंटीडिप्रेसेंट दवाएं उपलब्ध हैं। अपने लिए कौन सी बेहतर है ये सर्च करने के लिए काफी प्रयास करने पड़ सकते हैं जो कम साइड इफेक्ट्स के साथ लक्षणों को दूर करने में मदद करे, लेकिन किसी भी दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें।
दवा के अलावा मनोचिकित्सा भी उपचार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह मरीज को डिसऑर्डर से निपटने में मदद कर सकता है और संभवतः इसको बढ़ाने वाले या योगदान करने वाले व्यवहारों को बदल सकता है। चिकित्सा और दवाओं के अलावा, कुछ प्रकार के अवसाद के इलाज में मदद के लिए सप्लिमेंट का उपयोग किया जा सकता है। इनमें विटामिन डी सप्लिमेंट और लाइट थेरिपी शामिल है, जिसकी आपूर्ति विशेष लैंप द्वारा की जाती है। इसके बारे में डॉक्टर रिकमंडेशन देंगे।
याद रखें
अपनी स्थिति के लिए कोई भी ओवर-द-काउंटर सप्लीमेंट लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें। डॉक्टर कुछ जीवनशैली में बदलाव की भी सिफारिश कर सकता है, जिसमें नियमित व्यायाम, लगातार नींद पूरी करना और स्वस्थ आहार शामिल है। ये मरीज के मेडिकल ट्रीटमेंट्स को पूरा करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन इन्हें रिप्लेस नहीं करना चाहिए। ये ओवरऑल हेल्थ को अच्छा रखने के साथ ही तनाव से लड़ने में मददगार हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको अफेक्टिव डिसऑर्डर (Affective disorders) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।