हो सकता है ऊपर दिए गए लक्षणों में कुछ लक्षण शामिल न हो। अगर आपको किसी भी लक्षण के बारे में कोई चिंता है, तो कृपया डॉक्टर से परामर्श करें।
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आपको डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए?
ये बात सच है कि इस कंडिशन में आपको डॉक्टर के पास जाने में शर्मिंदा या अनिच्छा हो सकती है, लेकिन अगर आप कुछ हफ्तों से इन लक्षणों से जूझ रहे हैं, तो आपको डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए।
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मेनिया का उपचार
कुछ मामलों यह मेनिया सीजनल यानी मौसमी होता है और व्यक्ति कुछ दिनों या महीनों के बाद सामान्य भी हो जाता है। इसे हाइपो मेनिया की श्रेणी में रखते हैं। मगर, कई मामलों में यदि समय पर उपचार नहीं मिले, तो व्यक्ति की यह परेशानी विकराल रूप ले लेती है। वह उन्माद में आकर नशीले पदार्थ लेने लगता है। मन की बात पूरी नहीं होने पर वह उग्र और हिंसक भी हो जाता है। आगे चलकर वह अवसाद से ग्रसित हो जाता है और उसकी स्थिति पहले से उल्टी हो जाती है। आत्महत्या या कई बार दूसरों की जान लेने की प्रवृत्ति भी हो जाती है। मेनिया (उन्माद रोग) के लिए बहुत दवाइयां भी उपलब्ध हैं। ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किए बिना आप कृपया कोई भी दवा न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवा लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुकसान हो सकता है।
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मेनिया से उबरना
रिकवरी पीरियड अपने जीवन और शेड्यूल पर नियंत्रण करने का समय है। अपने मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट और प्रियजनों से चर्चा करें। आप सोने, खाने और व्यायाम करने के लिए अपने प्लान को फिर से शुरू कर सकते हैं।
असामान्य लक्षण दिखे, तो क्या करें
मेनिया से जूझ रहा व्यक्ति कभी यह मानने को तैयार नहीं होता कि वह मानसिक रूप से बीमार है, इसलिए वह इलाज के लिए नहीं जाता है। यदि किसी व्यक्ति में ऐसे असामान्य लक्षण दिख रहे हैं, तो उसके परिजनों को डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और उसे समझाकर डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। कंसल्टेशन, मेडिटेशन और दवाओं से वह व्यक्ति पूरी तरह स्वस्थ होकर सामान्य जीवन जी सकता है। हर व्यक्ति की मानसिक स्थिति अलग-अलग होती है। यदि मेनिया के लक्षण शुरुआती हैं, तो डॉक्टर से दो-चार बार परामर्श लेकर उनकी बताई बातों को मानकर/समझकर इस बीमारी को न सिर्फ बढ़ने से रोका जा सकता है, बल्कि खत्म भी किया जा सकता है। मेडिटेशन यानी ध्यान से भी मेनिया में काबू पाया जा सकता है।
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मेनिया से बचाव
मेनिया को ट्रिगर करने वाली इन चीजों से बचना चाहिए जैसे:
- शराब पीना या ड्रग्स का सेवन करना
- पूरी रात जगते रहना
- अपने नियमित आहार या व्यायाम कार्यक्रम से दूर जाना
- अपनी दवाओं को रोकना या छोड़ देना