इन्हीं अलग-अलग तरहों से सुसाइडल आइडिएशन का इलाज किया जाता है।
नोट: अगर पेशेंट को प्रिस्क्राइब्ड मेडिकेशन से कोई परेशानी हो या वो दवाओं के सेवन के बाद भी आत्महत्या की प्रवृति रखते हों तो इसे इग्नोर ना करें और इसकी जानकारी जल्द से जल्द इलाज कर रहें डॉक्टर को दें।
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सुसाइडल आइडिएशन से बचाव कैसे संभव है? (Tips to prevent Suicidal Ideation)
सुसाइडल आइडिएशन से बचाव के लिए निम्नलिखित बातों को फॉलो किया जा सकता है। जैसे:
- तनाव से दूर रहें।
- वैसे लोगों के संपर्क में ना रहें जिनसे परेशानी महसूस हो या जो नेगेटिव बातें करें।
- अपने पसंदीदा व्यक्ति से बात करें और अपनी परेशानियों को शेयर करें।
- तनाव या डिप्रेशन में रह रहें लोगों के परिवार के सदस्यों को बात करना चाहिए।
- व्यक्ति को योगासन, मेडिटेशन या एक्सरसाइज के लिए प्रोत्साहित करें।
इन बातों को ध्यान में रखकर लाभ मिल सकता है।
उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल में दी गई जानकारी महत्वपूर्ण लगी होगी और आपको सुसाइडल आइडिएशन (Suicidal Ideation) से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अगर आपके मन में स्ट्रेसुसाइडल आइडिएशन (Suicidal Ideation) से जुड़े कोई अन्य सवाल हैं, तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे।
शारीरिक बीमारी हो या मानसिक परेशानी दोनों से ही दूर रहें। इस बदलते वक्त में तनाव की वजह से कई शारीरिक समस्या अपने आप मनुष्य को शरीर को अपना आशियाना बना लेती है। जबकि इन स्थिति से अपने आपको बचाये रखें। जानिए मेंटल हेल्थ को हेल्दी रखने के लिए मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल दिल्ली के मेंटल हेल्थ डिपार्टमेंट के डायरेक्टर एवं हेड डॉ. समीर मल्होत्रा की क्या है राय इस नीचे 👇 दिए लिंक में।