टाइप 1 डायबिटीज में एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants in type 1 diabetes) का उपयोग डिप्रेशन और डायबिटीज दोनों के लिए उपयोगी नहीं है। इसलिए इन दोनों कंडिशन को मैनेज करने के लिए नीचे दिए गए टिप्स अपना सकते हैं।
मनोचिकित्सा (Psychotherapy) की मदद लें
टाइप 1 डायबिटीज में एंटीडिप्रेसेंट का उपयोग करने की जगह मनोचिकित्सा खास तौर पर (Cognitive behavioral therapy) की मदद लें। यह डिप्रेशन के लक्षणों में सुधार करती है। जिससे बेहतर तरीके से डायबिटीज मैंनेजमेंट हो सकेगा।
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दवाएं और लाइफस्टाइल में बदलाव (Medications and lifestyle changes)
डायबिटीज और डिप्रेशन दोनों के लिए रेगुलर एक्सरसाइज, योगा, हेल्दी डायट और स्मोकिंग और एल्कोहॉल से दूरी जरूरी है। इससे दोनों में सुधार में मदद मिलती है। ओवरऑल हेल्थ के लिए भी ये सभी जरूरी हैं।
डायबिटीज सेल्फ मैनेजमेंट प्रोग्राम का सहारा लें (Diabetes self-management programs)
डायबिटीज प्रोग्राम मरीजों के मेटाबॉलिक कंट्रोल, फिटनेस लेवल को बढ़ाने, वेट लॉस और दूसरे कॉर्डियोवैस्कुलर डिजीज के रिस्क फैक्टर्स को कम करवाने में मदद करते हैं। वे इस दिशा में सफल भी रहते हैं। ऐसे प्रोग्राम को ज्वॉइन करना मददगार हो सकता है।
उम्मीद करते हैं कि आपको टाइप 1 डायबिटीज में एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressants in type 1 diabetes) के उपयोग से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।