डॉक्टर को अपने अनुभव के अनुसार हायपोग्लाइसीमिया के लक्षण जरूर बताएं। लक्षणों को समझकर इलाज करने में आसानी हो सकती है और डॉक्टर आपको बिना कुछ खाये-पिए ब्लड टेस्ट करवाने की सलह भी दे सकते हैं।
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हायपोग्लाइसीमिया का इलाज कैसे किया जाता है? (Hypoglycemia Treatment)

हायपोग्लाइसीमिया के दौरान इंसुलिन और ग्लूकोज के बीच संतुलन को सामान्य करने के लिए, आपके शरीर को जल्द चीनी की आपूर्ति की जानी चाहिए। इसके लिए आप निम्न चीजें ले सकते हैं –
- ग्लूकोज टैबलेट (Glucose tablets)
- फ्रूट जूस (Fruit juice)
- कैंडी (Candy)
लगभग 15 से 20 मिनट के बाद, यदि स्तर सामान्य नहीं है, तो एक और स्नैक खाया जाना चाहिए और 15 से 20 मिनट बाद रक्त शर्करा के स्तर को फिर से जांच करना चाहिए।
यदि आप अपनी चेतना खो देते हैं या हाइपोग्लाइसीमिया के कारण दौरे पड़ते हैं, तो आपको तुरंत ग्लूकागन लेना चाहिए।
कैसे हायपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia) की परेशानी को कम किया जा सकता है ?
निम्नलिखित जीवनशैली और घरेलू उपचार आपको हायपोग्लाइसीमिया से निपटने में मदद कर सकते हैं:
- अपने डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ द्वारा कार्बोहाइड्रेट की मात्रा के साथ-साथ संतुलित आहार लेना जरूरी है। एक्सरसाइज से पहले पर्याप्त कार्बोहाइड्रेट खाएं। एक्सरसाइज करने के पहले कार्बोहाइड्रेट युक्त आहार (Carbohydrate rich food) जरूर लें या फिर एक्सरसाइज के दौरान हल्का-फुल्का नाश्ता किया जा सकता है।
- शरीर में शुगर लेवल को कम होने पर या महसूस होने पर हल्का-फुल्का खाना खाया जा सकता है।
- उन लोगों को जरूर बताएं जिनके साथ आप रहते हैं और काम करते हैं कि आपको डायबिटीज (Diabetes) की समस्या है और जरूरत पड़ने पर ग्लूकागन को कैसे लिया जा सकता है।
- डॉक्टर द्वारा बताए गए समय पर ब्लड टेस्ट (Blood test) अवश्य करवाएं।
- जिन लोगों के साथ आप काम करते हैं या रहते हैं उन्हें डायबिटीज की जानकारी और इससे होने वाली परेशानी के बारे में बताएं साथ ही यह भी बताएं की अगर आपको चक्कर आ रहे हैं तो ऐसी स्थिति में ग्लुकागोन कैसे इंजेक्ट करें। ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) की जांच भी अवश्य करें और जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।
- हायपोग्लाइसीमिया के लक्षण होने पर इसे नजरअंदाज न करें इससे कोमा और ब्रेन डैमेज होने का खतरा भी हो सकता है।
- टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) होने पर परेशान न हों, इंसुलिन की मात्रा (Insulin level) से इसे ठीक किया जा सकता है।
- बीमारी की जांच और आपकी स्वास्थ्य स्थिति पर नजर रखने के लिए समय-समय पर पुन: जांच करें।
- डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें और अपनी इच्छा के अनुसार दवाई का सेवन बंद न करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और हायपोग्लाइसीमिया से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
अगर आपके मन में इस बीमारी से जुड़ी किसी तरह के कोई सवाल हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। उपरोक्त दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी तरह की परेशानी होने पर बेहतर है कि आप डॉक्टर से संपर्क करें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।