आभार व्यक्त करना न भूलें
यदि किसी ने आपकी मदद की है तो आपको उसका आभार जरूर व्यक्त करना चाहिए। यह उस व्यक्ति को भी खुशी देता है और इससे आपको भी खुशी ही मिलती है। आप जिस तरह से चाहे उस तरह से आभार व्यक्त कर सकते हैं। आप चाहें तो उन्हें घर पर खाने पर बुलाएं या उनके घर पर किसी अच्छे तोहफे के साथ जाएं। यदि आप चाहें तो फोन पर या मेल या चिट्ठी लिखकर भी आभार व्यक्त कर सकते हैं।
बदलाव की डायरी
याद रखें कि डायरी आपके बहुत काम आ सकती है। यदि आप एक ऐसी डायरी बनाते हैं जिसमें आप यह लिखें कि आज आप खुश हैं तो क्यों हैं? दुखी हैं तो क्यों हैं? इनके पीछे कौन सा कारण था? ऐसा क्यों हुआ? दरअसल होना क्या चाहिए था? ऐसी बातें लिखने पर आप अपना और अपने आसपास की परिस्थिति का अवलोकन कर पाते हैं। यही आपको बेहतर बनने में मददगार होती हैं।
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दूसरों की मदद कर ढूंढें खुशी

यदि आपके पास समय है तो आप किसी जरूरतमंद की मदद कर सकते हैं। यह आपके घर और घर से बाहर का कोई भी व्यक्ति हो सकता है। घर में अपनी मां, पत्नी, बेटी, बेटे किसी की भी उनके काम में मदद करें। अपने दोस्त या पड़ोसियों की मदद करें। यह सब आपको अंदर से खुशी देंगे और आपके संबंधों को मधुर बनाएंगे।
मेडिटेशन करें
मेडिटेशन आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत कारगर है। इसके माध्यम से आप किसी भी चीज को बदलने की कोशिश नहीं करते बल्कि यह आपको जो है उस ही परिवेश में अच्छे शांत तरह से रहने की कला सिखाता है।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और पॉजिटिव साइकोलॉजी (सकारात्मक मनोविज्ञान ) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।