गिल्ट कॉम्प्लेक्स के कारण अलग-अलग हैं, जो इस प्रकार हैं-
- एंग्जाइटी (Anxiety)- अगर आप बहुत ज्यादा चिंता करते हैं, तो आप अपने आपको खुद ही नेगेटिविटी की ओर भेज रहें हैं और ऐसी स्थिति गिल्ट कॉम्प्लेक्स का कारण (Guilt Complex cause) भी बन सकती है।
- बचपन के अनुभव (Childhood experiences)- कुछ घरों में बच्चों को हमेशा उनकी गलती बताई जाती है और उन्हें किसी और से ना कहने की भी सलाह दी जाती है। ऐसी स्थिति भी गलती महसूस करना सामान्य है।
- संस्कृति (Culture)- अपनी संस्कृति के विपरीत काम करने पर भी मन में गलती महसूस हो सकती है या फिर किसी दबाव में आकार कोई काम करना भी आपको गिल्ट में डाल सकता है।
- धर्म (Religion)- कुछ धार्मिक कार्यों की वजह से भी गिल्ट कॉम्प्लेक्स (Guilt Complex) की समस्या शुरू हो सकती है।
- सोशल प्रेशर (Social pressure)- कभी-कभी जब आपके काम के लिए या आपके द्वारा किये गए काम को नकारात्मक तरीके से जज किया जाए तो मन संकोच पैदा होने के साथ-साथ आप लोगों से अपने आपको अलग भी महसूस कर सकते हैं। ऐसी स्थिति भी गिल्ट कॉम्प्लेक्स (Guilt Complex) का कारण बन सकती है।
ये हैं गिल्ट कॉम्प्लेक्स के अलग-अलग कारण। हालांकि यह इतनी बड़ी तकलीफ नहीं है, क्योंकि गिल्ट कॉम्प्लेक्स से बचाव किया जा सकता है।
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गिल्ट कॉम्प्लेक्स से बचाव कैसे संभव है? (Tips to overcome feelings of Guilt)
गिल्ट कॉम्प्लेक्स से बचाव संभव है, लेकिन इसके लिए कुछ बातों को ध्यान रखना और फॉलो करना जरूरी है। जैसे:
- अगर आपको ऐसा लगता है कि आपने गलती की है, तो सॉरी या माफी (Sorry) मांगने से संकोच ना करें। ऐसा करने से आप दोबारा उस गलती को करने से बच सकते हैं।
- खुद को माफ करना भी सीखें।
- नेगेटिव थॉट्स (Negative thoughts) को दूर करें।
- अगर कोई गलती हो गई है, तो खुद को अन्य लोगों से अलग ना करें।
- अगर किसी गलती की सजा आपको दी जा रही है, तो उसे स्वीकार करें।
गिल्ट कॉम्प्लेक्स से बचाव के लिए इन पांच टिप्स को फॉलो किया जा सकता है। इसके साथ ही अपने द्वारा की गई गलती से उलट कुछ ऐसे कार्य करें जो जिससे आपकी पहचान अच्छी हो।
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वैसे अगर गिल्टी फील (Guilt feel) की वजह से व्यक्ति में नेगेटिव थॉट्स ज्यादा आ रहें हैं, तो मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट से भी कंसल्ट करना जरूरी है। व्यक्ति की मनोदशा को समझते हुए डॉक्टर दवाएं (Medicine) प्रिस्क्राइब कर सकते हैं और जरूरत के अनुसार साइकोथेरिपी (Psychotherapy) की भी मदद ली जा सकती है।
नोट: अगर इलाज के दौरान डॉक्टर दवा प्रिस्क्राइब करते हैं, तो उसे डॉक्टर द्वारा बताये अनुसार ही लें और ध्यान रखें कि दवा की डोज भी उतनी ही होनी चाहिए जितनी डॉक्टर द्वारा बताई गई हो। अपनी मर्जी से दवा का सेवन कम, ज्यादा या बंद ना करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल में दी गई जानकारी महत्वपूर्ण लगी होगी और आपको गिल्ट कॉम्प्लेक्स (Guilt Complex) से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अगर आपके मन में गिल्ट कॉम्प्लेक्स (Guilt Complex) से जुड़े कोई अन्य सवाल हैं, तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे।
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