एंग्जायटी और पैनिक अटैक हाेने पर क्या करें
एंग्जायटी और पैनिक अटैक होने पर आपको सबसे पहले डाॅक्टर से मिलना चाहिए। उन्हें अपनी समस्या और यदि कोई तनाव है, तो उसका कारण उन्हें बताएं। उनके द्वारा बताए गए लाइफस्टाइल चेंजेज को भी फॉलो करें। इसके अलावा ऐसी स्थिति में आप कुछ उपायों को अपना सकते हैं, जैसे कि:
ब्रिद्रिग एक्सरसाइज करें– पैनिक या एंग्जायटी अटैक के समय अगर सांस कम होने लगती है तो आपक धीरे-धीरे सांस अंदर और बाहर की तरफ करने की कोशिश करें। जैसे आप अलोम-विलोम योग करते हैं। कोशिश करें इसे योग के तौर पर रोज करें।
मेंटल हेल्थ को कंट्रोल में रखें – अगर आपको पहले कभी पैनिक या एंग्जायटी अटैक पड़ चुका है, तो आपको यह दोबारा भी हो सकता है, तो उस स्थिति में आपको कैसे खुद को संभालना है, इसका अनुभव हो चुका होगा आपको। जब आपको यह अटैक लगे तो खुद को संभालने की कोशिश करें।
मेडिटेशन करें: पैनिक अटैक और एंग्जायटी अटैक से बचने के लिए मेडिटेशन बहुत अच्छा उपाय है। इससे आपकी तनाव की समस्या दूर होती है और मानसिक तनाव भी दूर होता है। अगर आपको मानसिक तनाव की रोज रहता है, तो आपको डॉक्टर से मिलने की आवश्यकता है।
हर रोज एक्सरसाइज करें : मन और शरीर को रिलैक्स करने वाली एक्सरसाइज करें। इसके अलावा कुछ लाफ्टर थेरिपी भी जॉइन कर सकते हैं। इससे भी आपको काफी आराम होगा। इससे आपके शरीर में रक्त संचार भी अच्छा होगा और आपको नींद भी अच्छी आएगी। इस तरह की थेरिपी काफी प्रभावकारी होती हैं।
नींद : भरपूर नींद लें, ताकि आप अपने तानव को कम कर सकें। कई बार नींद न पूरी होने पर भी लोगों को यह समस्या होने लगती हे। जिसके कारण उन में पैनिक अटैक की समस्या और भी बढ़ सकती है। क्योंकि कई बार नींद पूरी न होने पर भी लोगों को ऐसा महसूस हो सकता है।
यदि आपमें पैनिक अटैक या एंग्जायटीअटैक की समसया है, तो आपके लिए जरूरी है कि आप इस बारे में डॉक्टर से बात करें। दोनों एक से लगते हैं, पर है नहीं। काफी फर्क है दोनों में। लेकिन जरूरी यह है कि आप अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करते हुए, उन कारणों को दूर करें। जिसके कारण आपमें यह समस्या बढ़ सकती है। इसके अलावा खुद की मेंटल हेल्थ को अच्छा रखने की कोशिश करें।