थेरिपी के लिए काउंसलिंग बहुत जरूरी होती है। इसमें अवसाद के लक्षण और उसके कारणों को पहचान उनसे निपटने के तरीकों के बारे में बताया जाता है।
साइकोडायनेमिक थेरेपी (Psychodynamic Therapy)
इसमें आमतौर पर इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के मूल कारणों का पता लगाकर उनसे निपटा जाता है।
सेक्स थेरिपी (Sex Therapy)
इस थेरेपी में उत्तेजना और यौन गतिविधि के बजाय सेंसेशनल प्लेजर (Sensational Pleasure) पर जोर दिया जाता है। इसका असल उद्देश्य हेल्दी सेक्स लाइफ का निर्माण कर तनाव को कम करना होता है।
सेक्शुअल एनक्सीटी थेरिपी (Sexual Anxiety Therapy)
इसमें डॉक्टर आपको इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के बारे में खुलकर बताएंगे, जो आपको इस समस्या की गंभीरता को समझने में पूरी मदद करेगा। क्योंकि कई बार बीमारी के बारे में न पता होने के कारण भी इसके जोखिम बढ़ते ही रहते हैं। ऐसे में डॉक्टर ही इसके बारे में बताते हुए इलाज की सलाह देंगे।
अवसाद और चिंता का वैकल्पिक उपचार
आज के दौर में अवसाद और चिंता जैसी समस्या से निपटने के कई तरीके हैं, जिससे मानसिक और शारीरिक तौर पर खुद को फिट रखा जा सकता है। यहां बात करेंगे उन अल्टरनेटिव थेरेपी की, जो तनाव और चिंता को घटाने का काम कर सकती हैं।
शरीर को आराम देने की अन्य आधुनिक तकनीकें
एक शोध के अनुसार, योग लोगों को मानसिक रूप से मजबूत और शरीर को ऊर्जावान बनाता है। वहीं, मेडिटेशन ब्रेन केमिस्ट्री में सुधार कर तनाव को घटाने का काम करता है।
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इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का आयुर्वेदिक इलाज और सप्लिमेंट
नियमित रूप से दवाईयां लेने के कारण भी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या पैदा हो जाती है। इसलिए आयुर्वेदिक दवाईयों और सप्लीमेंट लेकर इसका निदान किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रहे इन चीजों को लेने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।