पेट के लिए लाभदायक
यह आसन पेट के लिए सबसे अच्छा आसन माना जाता है। उत्तानपादासन करने से पेट या पेट के आसपास एक्स्ट्रा फैट नहीं बनते हैं। इसे रोजाना करने से एसिडिटी, कब्ज, गैस जैसी पेट की तकलीफ दूर हो सकती है। पाचन क्रिया को बेहतर बनाये रखने में भी यह आसन सहायक है।
दर्द से छुटकारा
उत्तानपादासन करने से पीठ की दर्द से छुटकारा मिलता है। शरीर के पॉश्चर को सुधारने में भी यह आसन लाभदायक है। इसके साथ ही कंधे, गर्दन आदि की दर्द को भी यह दूर करता है।
जानिए कैसे करें योग की शुरुआत इस वीडियो के माध्यम से:
उत्तानपादासन के अन्य लाभ
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इन बातों का रखें ध्यान
उत्तानपादासन करने के दौरान निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें। जैसे:
- अगर आपकी गर्दन में दर्द है, तो उत्तानपादासन को करते हुए सहारा देने के लिए एक कंबल को फोल्ड कर के गर्दन के नीचे रख लें।
- इस आसन को करते हुए आपकी रीढ़ की हड्डी बिलकुल सीधी होनी चाहिए, जिससे किसी भी तरह की चोट से बचा जा सके।
- योग के किसी भी आसन को सुबह की ताजा हवा में करने के लिए कहा जाता है। इस आसन को सुबह के समय करना आपके लिए बेहतर है। शाम के समय भी आप इसे कर सकते हैं। लेकिन उस समय आपका पेट खाली होना चाहिए। ताकि आपको इस आसन से होने वाले पूरे स्वास्थ्य लाभ मिल सके।
- अगर आप शाम के वक्त उत्तानपादासन करते हैं, तो खाना खाने से दो घंटे पहले योगासन करें।
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किन स्थितियों में उत्तानपादासन (Uttanpadasana) को न करें
निम्नलिखित परिस्थितियों में उत्तानपादासन न करें। जैसे:
- अगर आपकी गर्दन में दर्द है या चोट लगी है, तो इस आसन को न करें।
- गर्भवती महिलाओं या मासिक धर्म के दिनों में भी महिलाओं को यह आसन नहीं करने की सलाह दी जाती है।
- जिन लोगों का ब्लड प्रेशर हाय है या घुटनों में चोट लगी है, तो उन के लिए इस आसन को करना हानिकारक है।
- अगर आपको स्लिप डिस्क, अल्सर की समस्या है, तो इस आसन को न करें।
- अगर आपके पेट की सर्जरी हुई है, तो भी उत्तानपादासन को न करें।
योग के अन्य आसनों की तरह इस आसन को भी सही मार्गदर्शन के बाद ही करना चाहिए। इसे करने से पहले अपने डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से अवश्य पूछ लें।