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प्रेग्नेंसी योगा (Pregnancy yoga) – वक्र आसन (Vakraasana)

प्रेग्नेंसी योगा (Pregnancy yoga) में वक्र आसन काफी अहम है। इसे आसन करने को करने के लिए आपको चटाई पर बैठना है। दोनों पैरों को आगे फैला लें। इसके बाद एक पैर को मोड़ लें। ऐसा करने पर आपको मोड़े हुए पैर को दूसरे पैर के घुटने की तरफ रखना है। इसके बाद जिस पैर को आपने मोड़ा है उस तरफ के हाथ को अगले घुटने की तरफ रखें। इस अवस्था को वक्र आसन कहा जाता है।
यह आपकी रीढ़, गर्दन और पैरों को मजबूत करता है। सामान्य डिलिवरी के लिए यह आसन पेट की मसल्स की मसाज भी करता है। इससे सामान्य डिलिवरी में मदद मिलती है।
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प्रेग्नेंसी योगा (Pregnancy yoga) – पर्वतासन (Parvatasana)

प्रेग्नेंसी योग में शामिल है पर्वतासन। दरअसल पर्वतासन करने के लिए आपको पदमासन में बैठना होगा। इसके बाद दोनों हाथों को कंधे की सीध में ऊपर की तरफ ले जाएं। इसके बाद दोनों हथेलियों को आपस में चिपका लें। आपके दोनों हांथ और कमर सीधी रहनी चाहिए। आपका सीना बाहर की तरफ फूला हुआ होना चाहिए। इसके बाद आपको अंदर की तरफ धीरे-धीरे सांस भरनी है। सांस भरने के बाद आपको कम से कम पांच से छह सेकेंड तक इसे रोके रखना है। इसके बाद सांस को धीरे-धीरे छोड़ते हुए हांथों को नीचे लेकर आएं। आप ऐसा तीन से चार बार कर सकती हैं।
इसी वजह से इस आसन को पर्वतासन कहा जाता है। यह आसन आपकी लोअर बैक, बाजू और कमर के ऊपरी हिस्से को स्ट्रेच करता है। इससे आपकी कमर का दर्द कम होता है। यह पेट के निचले हिस्से में सर्क्युलेशन बढ़ाता है, जिससे बॉडी सामान्य डिलिवरी के लिए तैयार होती है।
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