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ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस को न समझ लें असली लेबर, जानिए क्या हैं इन दोनों में डिफरेंस?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Sayali Chaudhari · फार्मेकोलॉजी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 08/12/2021

    ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस को न समझ लें असली लेबर, जानिए क्या हैं इन दोनों में डिफरेंस?

    प्रेग्नेंसी यानी गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के एक नहीं बल्कि कई परिवर्तनों से गुजरना पड़ता है। इस समय होने वाली मां कई तरह के उतार-चढ़ाव का अनुभव करती है। लेकिन, नौ महीनों का यह सफर उसके लिए उत्साह से भरा होने के साथ ही मुश्किल भी होता है। प्रेग्नेंसी में मां को अपना और अपने शिशु का पूरा ध्यान रखना होता है। जिसके लिए उनका सही से खाना, डॉक्टर की सलाह के अनुसार व्यायाम करना, तनाव से बचना आदि जरूरी है। प्रसव के दौरान भी कई चीजों का ख्याल रखना चाहिए। प्रसव के नजदीक मां के लिए अधिक सावधान रहना बेहद महत्वपूर्ण है। क्या आपने ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions) के बारे में सुना है? जिसे फॉल्स लेबर (False labor) भी कहा जाता है। गर्भावस्था में इसके बारे में जानकारी होना होने वाली मां के लिए बहुत लाभदायक हो सकती है। आइए जानें ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions) के बारे में विस्तार से।

    ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस क्या है? (Braxton Hicks Contractions)

    अगर आप प्रेग्नेंसी के दौरान पेट में टाइटनिंग और क्रेम्पिंग महसूस कर रहे हैं, तो हो सकता है कि यह ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions) का संकेत हो। यह सामान्य है और इस बात का लक्षण नहीं है कि आप बर्थ के लिए तैयार हैं। जैसा की पहले ही कहा गया है कि इसे फॉल्स और प्रैक्टिस कॉन्ट्रैक्शंस (False and practice contractions) भी कहा जाता है। यह कॉन्ट्रैक्शंस पेट में होने वाली टाइटनिंग है जो थोड़ी-थोड़ी देर में आती-जाती रहती है। असल में यह बर्थ की तैयारी के लिए यूट्रस में होने वाली कॉन्ट्रैक्शंस है। ऐसा माना जाता है कि ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions) से यूट्रस के मसल्स टोन होते हैं और बर्थ के लिए सर्विक्स को तैयार करने में मदद करती है।

    ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions), लेबर का कारण नहीं बनती है और न ही यह लेबर की शुरुआत का लक्षण है। अगर आप इस बात को लेकर श्योर नहीं हैं कि आप फॉल्स लेबर (False labor) है या एक्चुअल लेबर है तो डॉक्टर से बात करें। इस बात के बारे में जानने के लिए डॉक्टर वजाइनल जांच की जाती है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) के अनुसार कई प्रेग्नेंट पेशेंट्स को ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions) के बारे में जानकारी नहीं होती है। ऐसे में, वो तुरंत देखभाल और इन कॉन्ट्रैक्शंस के लिए अनावश्यक इवैल्यूएशन की जरूरत महसूस करती हैं।

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    अगर आप असली लेबर और इस कॉन्ट्रैक्शंस को लेकर कंफ्यूस हैं, तो याद रखें कि फॉल्स लेबर (False labor) रेगुलर इंटरवेल्स में नहीं होती है और यह समय के साथ बढ़ती नहीं है। यह कॉन्ट्रैक्शंस प्रीडिक्टेबल इंटरवेल्स तक नहीं रहती है और समय के साथ यह गायब हो जाती है। इन दोनों के बीच अंतर करना आसान है। आइये जानते हैं कि फॉल्स कॉन्ट्रैक्शंस (False contractions) और ट्रू कॉन्ट्रैक्शस (True contractions) में क्या फर्क है?

    ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस और ट्रू कॉन्ट्रैक्शस में अंतर (Difference between Braxton Hicks Contractions and True labor)

    जैसा की पहले ही बताया गया है कि नकली कॉन्ट्रैक्शंस यानी ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions) और असली कंट्रक्शन में अंतर करना बहुत ही आसान के साथ-साथ जरूरी भी है। इन दोनों की स्थितियों की शुरुआत बेचैनी से होती है। जानते हैं कि इन दोनों में क्या अंतर होता है?

    कॉन्ट्रैक्शंस की टाइमिंग (Timing of contractions)

    • फॉल्स लेबर (False labor): फॉल्स लेबर (False labor) में कॉन्ट्रैक्शंस आमतौर पर असामान्य होती हैं और यह लेंथ और इंटेंसिटी में भी अलग होती हैं।
    • ट्रू लेबर (True labor): ट्रू लेबर (True labor) में कॉन्ट्रैक्शंस नियमित इंटरवेल्स के बाद आते हैं और यह कॉन्ट्रैक्शंस तीस से सत्तर सेकंड्स तक रह सकती हैं।

    मूवमेंट में बदलाव (Change with movement)

    • फॉल्स लेबर (False labor) : फॉल्स कॉन्ट्रैक्शंस (False contractions), वॉक या रेस्ट के दौरान बंद हो सकती है। यह पोजीशन में बदलाव के बाद भी बंद हो सकती हैं।
    • ट्रू लेबर (True labor) : ट्रू लेबर (True labor) में कॉन्ट्रैक्शंस मूव करने या पोजीशन में बदलाव के बाद भी जारी रहती हैं। फिजिकल एक्टिविटीज में तेजी के बाद यह और भी स्ट्रांग हो जाती हैं।

    इनके महसूस होने की स्थिति (Position where it is felt)

    • फॉल्स लेबर (False labor): यह कॉन्ट्रैक्शंस पेट के निचले हिस्से और ग्रोइन में महसूस होती हैं।
    • ट्रू लेबर (True labor): ट्रू लेबर (True labor) में कॉन्ट्रैक्शंस के साथ ही दर्द पेट बहुत अधिक होती है। यह दर्द पेट और लोवर बैक तक फैल जाती है। यह तो थे ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions) और असली  लेबर में अंतर करने के कुछ तरीके। अब जानिए की इन कॉन्ट्रैक्शंस के दौरान होने वाली मां कैसा अनुभव करती है?

    ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस

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    ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस के दौरान क्या महसूस होता है?

    कुछ महिलाएं इन कॉन्ट्रैक्शंस को पेट में टाइटनिंग के रूप में परिभाषित करती है, जो थोड़े-थोड़े अंतराल के बाद होती है। कुछ महिलाओं को यह माइल्ड मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स (Menstrual cramps) की तरह लगती है। यह अनकम्फर्टेबल हो सकती हैं, लेकिन यह न तो लेबर का कारण बनती हैं और न ही गर्भवती महिलाओं में इससे सर्विक्स ओपन होता है। असली लेबर की तरह, इसमें कई परेशानियां नहीं होती। ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions) के दौरान ऐसा महसूस हो: सकता है

    ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions) प्रेग्नेंसी के थर्ड ट्रायमेस्टर (Third Trimester) के दौरान हो सकती है या किसी को इनका अनुभव सेकंड ट्रायमेस्टर (Second trimester) में भी हो सकता है। यह कॉन्ट्रैक्शंस होना बेहद सामान्य है और इसमें किसी भी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है। अब जानिए इसके कारणों के बारे में।

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    ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस के कारण क्या हैं? (Causes of Braxton Hicks Contractions)

    ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions) के सही कारणों की जानकारी नहीं है, लेकिन कई एक्सपर्ट यह मानते हैं कि यह असली लेबर के लिए शरीर को तैयार करने के लिए युटरीन मसल्स (Uterine muscle) की टोनिंग करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह कॉन्ट्रैक्शंस किसी भी समय हो सकती है। लेकिन इन कंडिशंस में इन्हें अधिक नोटिस किया जाता है:

    • जब आपके शरीर में पानी की कमी हो (Dehydration)
    • जब आपका ब्लैडर फुल हो (Full Bladder)
    • फिजिकल एक्टिविटी या सेक्स के बाद या दौरान (During or after physical activity or sex)

    जैसा की पहले ही बताया गया है कि ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions) और असली लेबर (True labor) के बीच में अंतर किया जा सकता है। यह कॉन्ट्रेक्शंस ड्यूरेशन और इंटेंसिटी में अनियमित होती है, यह फ्रीक्वेंटली नहीं होती और बहुत ही बेचैनी भरी होती है। जानिए इससे राहत पाने के आसान तरीकों के बारे में।

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    ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस से राहत पाने के लिए क्या करना चाहिए? (Relief from Braxton Hicks Contractions)

    ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions) आमतौर पर दर्द भरी नहीं होती है, लेकिन यह अनफर्टेबल हो सकती हैं। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप इन उपायों को अपना सकते हैं:

  • अपनी एक्टिविटी और पोजीशन को बदलें। कई बार वाकिंग करने से इसमें आराम मिलता है। अधिक समय रेस्ट करने से भी इनसे राहत मिलती है
  • इन कॉन्ट्रैक्शंस का एक कारण डिहायड्रेशन भी है, ऐसे में कुछ मात्रा में पानी पीने से भी आपको इन कॉन्ट्रैक्शंस से आराम मिलेगा।
  • रिलैक्सेशन व्यायाम करें या धीरे और डीप ब्रीदस लें। याद रखें, इस समस्या को रोका नहीं जा सकता है, लेकिन इसके कारण होने वाले डिस्कम्फर्ट से राहत पाना संभव है।
  • एक कप गुनगुनी चाय या दूध पीएं।
  • तीस मिनटों तक गुनगुने पानी से बाथ लें।
  • यह कॉन्ट्रैक्शंस तीस सेकंड से लेकर दो मिनट्स तक रह सकती हैं। इनका बार-बार होना भी सामान्य है। अगर आपको इनसे अनकंफर्टेबल महसूस होता है, तो इनसे राहत पाने के लिए आप ऊपर दिए तरीकों को अपना सकते हैं। अब जानते हैं कि किन स्थितियों में आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए?

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    आपको अपने डॉक्टर से कब बात करनी चाहिए?

    अगर आपका प्रेग्नेंसी का 37 वां हफ्ता चल रहा है और आप ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions) को अनुभव करें जो अधिक रदमीक, दर्द भरी या लगातार हो रही हो या आपको प्रीटर्म लेबर के लक्षण नजर आएं, तो अपने डॉक्टर से तुरंत बात करें। इसके अलावा इन स्थितियों में भी मेडिकल हेल्प लेना आवश्यक है:

    • पेट में दर्द, मेंस्ट्रुअल के जैसी क्रेम्पिंग या रिदमिक लो बैक पैन होना, जो आराम के बाद भी ठीक न हो।
    • रेगुलर कॉन्ट्रैक्शंस होना जो कम से कम एक घंटे में छह बार यानी हर दस मिनट्स में हो।
    • वजाइनल ब्लीडिंग या स्पॉटिंग होना

    इसके अलावा आपको अपने डॉक्टर से तब भी बात करनी चाहिए, अगर आप ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions) में इन सब चीजों को नोटिस करें:

    • वजाइनल डिस्चार्ज में बढ़ोतरी
    • डिस्चार्ज के प्रकार में बदलाव। जैसे यह वॉटरी हो जाए, बलगम के जैसे दिखे या उसमें ब्लड हो।
    • पेल्विक (Pelvic) या लो एब्डोमिनल एरिया (Low abdominal area) में प्रेशर होना
    • लो बैक पैन (Low back pain), खासतौर पर अगर आपको यह इससे पहले न हो रही हो या यह धीमी और रिदमिक हो।

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    अगर आपकी प्रेग्नेंसी के 37 हफ्ते से अधिक समय हो गया हो, तो अपने डॉक्टर से बात करें कि आपको यह ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions) हो रही हैं। कुछ स्थितियों में तुरंत अस्पताल जाने की जरूरत हो सकती है। यह स्थितियां इस प्रकार हैं:

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    यह तो थी ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions) के बारे में जानकारी। इन कॉन्ट्रैक्शंस को कुछ महिलाएं नोटिस भी नहीं कर पाती हैं, क्योंकि उन्हें इसमें कोई भी परेशानी नहीं होती। जबकि कुछ महिलाओं के लिए यह बेहद परेशान करने वाली होती हैं। महिलाएं इन फॉल्स कॉन्ट्रैक्शंस (False contractions) को लेकर अक्सर परेशान रहती हैं। लेकिन, याद रखें इन कॉन्ट्रैक्शंस के कारण गर्भवती महिला या शिशु को कोई भी हानि नहीं होती है। बल्कि इससे उनके शरीर को लेबर के लिए तैयार होने में मदद मिलती है

    अगर आप निश्चिन्त हैं कि आपको होने वाली समस्या फॉल्स कॉन्ट्रैक्शंस (False contractions) हैं, तो आसान तरीकों से इनसे आप राहत भी पा सकती हैं। ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शंस (Braxton Hicks Contractions) को लेकर अगर आपके मन में कोई भी सवाल है तो अपने डॉक्टर से इस बारे में जरूर बात करें। इसके साथ ही इन कॉन्ट्रैक्शंस और ट्रू लेबर (True labor) में अंतर करने के बारे में भी जानें। आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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