ब्लैडर इंफेक्शन (Bladder infections)
कुछ महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान वजाइना पर दबाव महसूस होने का कारण ब्लैडर इंफेक्शन (Bladder infection) हो सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान (During pregnancy) महिलाओं को ब्लैडर इंफेक्शन होने का खतरा अधिक रहता है। यदि वजाइनल या पेल्विक प्रेशर (Pelvic pressure) की वजह से आपका बाथरूम जाना मुश्किल हो गया है और पेशाब के दौरान दर्द के साथ ही बुखार भी आ रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
पेल्विक ऑर्गन प्रोलैप्स (Pelvic organ prolapse (POP)
जब प्रेग्नेंसी में वजाइनल प्रेशर (Vaginal pressure during pregnancy) बहुत अधिक हो तो यह पेल्विक ऑर्गन प्रोलैप्स का संकेत हो सकता है। यह समस्या तब होती है जब पेल्विस के अंदर या आसपास के अंग नीचे खिसकर वजाइना (Vagina) या मलाशय (Rectum) में चले जाते हैं। इसका उपचार किया जा सकता है, लेकिन इसकी वजह से बहुत दर्द और जटिलताएं हो सकती हैं। यदि किसी महिला को वजाइना में तेज दबाव महसूस होता है, बाउल (Bowl) या ब्लैडर (Bladder) को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है या ऐसा महसूस हो कि वजाइना में कोई चीज नींचे की ओर जा रही है, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करने की आवश्यकता है।
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कमजोर गर्भाशय ग्रीवा (Weak cervix)
कुछ महिलाओं की गर्भाशय ग्रीवा कमजोर होती है जिसे सर्वाइकल इन्कॉम्पिटेंस (Cervical incompetence) या सर्वाइकल इनसफिशिएंसी (Cervical insufficiency) कहा जाता है। इस समस्या से पीड़ित कुछ महिलाओं का मिसकैरिज (Miscarriage) हो जाता है तो कुछ को प्रीमेच्योर लेबर (Premature labor ) से गुजरना पड़ता है, क्योंकि उनका सर्विक्स (Cervix) इतना मजबूत नहीं होता कि वह गर्भाशय को सपोर्ट कर सके। शुरुआत में ही पता चलने पर इस समस्या का उपचार किया जा सकता है। यदि किसी महिला को प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में ही वहुत अधिक वजाइनल प्रेशर महसूस हो रहा हो, तो उसे डॉक्टर से मिलने की जरूरत है। शायद वह महिला के सर्विक्स की जांच करें। पहले हुई कोई सर्वाइकल प्रक्रिया या चोट (जिसमें बच्चे के जन्म के समय आई चोट भी शामिल है) कि वजह से सर्विक्स के कमजोर होने का खतरा अधिक होता है।
प्रेगनेंसी में वजाइना में दर्द की शुरुआती अवस्था (Pain during early pregnancy)
यदि आपको गर्भावस्था की पहली तिमाही या दूसरी तिमाही की शुरुआत में वजाइना या पेल्विक पर दबाव महसूस होता है तो इसके लिए बच्चे का वजन जिम्मेदार नहीं है, क्योंकि इस दौरान भ्रूण का आकार बहुत छोटा होता है। प्रेग्नेंसी की शुरुआती अवस्था में ऐंठन या क्रैम्पिंग सेंसेशन (Cramping sensation) की वजह है आपके गर्भाशय का फैलना। यदि आपको प्रेगनेंसी में वजाइना में दर्द या ऐंठन महसूस हो रही है तो चेक करें कि कहीं ब्लीडिंग भी तो नहीं हो रही। यदि आपको खून के हल्के धब्बे भी दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं, क्योंकि ऐंठन के साथ ब्लीडिंग मिसकैरिज का संकेत हो सकता है।
प्रेग्नेंसी में वजाइनल प्रेशर और दर्द से राहत पाने के तरीके (vaginal pressure & pain during pregnancy)
क्योंकि वजाइनल प्रेशर (Vaginal pressure) अक्सर कमजोर मसल्स और पेल्विक पर दबाव पड़ने के कारण होता है, ऐसे में थोड़ी सी स्ट्रेचिंग से भी आपको आराम मिलेगा। दर्द और दबाव से राहत क लिए पीठ (Back) और नितंब (Hips) की स्ट्रेचिंग (Stretching) करें।
- प्रेग्नेंसी योग (Pregnancy yoga) या स्ट्रेचिंग क्लास जॉइन करके आप सहज और सुरक्षित स्ट्रेचिंग कर सकती हैं।
- फोम रोलर (Foam roller) का इस्तेमाल करके आप मसल्स को तनावमुक्त कर सकती हैं। यदि दर्द ज्यादा है तो प्रभावित हिस्से पर हीटिंग पैड (Heating pad ) लगाएं। इसे ज्यादा गर्म न करें और पैड को 10 मिनट के बाद हटा लें।