क्लस्टर सिरदर्द उन गर्भवती महिलाओं में अधिक सामान्य होता है जो धूम्रपान या अल्कोहल का सेवन करती हों। प्रेग्नेंसी के दौरान क्लस्टर सिरदर्द के अटैक आने पर शराब और धूम्रपान से संवेदनशीलता बढ़ जाती है। शराब की थोड़ी सी बूंद भी क्लस्टर हेडेक को ट्रिगर कर सकती है। हालांकि, सिरदर्द न होने पर शराब का सेवन इसकी आशंका को नहीं बढ़ाता है।
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प्रेग्नेंसी में क्लस्टर सिरदर्द के कारण
प्रेग्नेंसी में क्लस्टर हेडेक मस्तिष्क और चेहरे की रक्त वाहिकाओं में फैलाव या चौड़े होने के कारण होता है। यह फैलाव ट्राईजेमिनल नर्व (त्रिपृष्ठी तंत्रिकाशूल) में दबाव के कारण होता है चेहरे से लेकर मस्तिष्क तक एक झनझनाहट संचारित करता है। अभी तक इस बात का पता नहीं चल पाया है की यह फैलाव क्यों होता है।
शोधकर्ताओं की मानें तो उनके अनुसार हाइपोथेलेमस में असामान्यताएं आने के कारण ऐसा होता है। हाइपोथेलेमस मस्तिष्क का वह भाग होता है जो शरीर के तापमान, रक्त प्रवाह, नींद और हार्मोन के उत्पाद को नियंत्रित करता है। क्लस्टर सिरदर्द का अन्य कारण अचानक से निकला हिस्टामिन रसायन भी हो सकता है जो गर्भावस्था के दौरान एलर्जेंस या सेरोटोनिन से लड़ने के लिए रिलीज होता है। इसी कारण मूड स्विंग (मनोदशा में बदलाव) जैसे लक्षण भी देखे जा सकते हैं।
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प्रेग्नेंसी में क्लस्टर सिरदर्द का इलाज
प्रेग्नेंसी में क्लस्टर सिरदर्द के इलाज में इसके लक्षणों को दवा की मदद से कम करने व रोकने की प्रक्रिया शामिल होती है। दुर्लभ मामलों में जब दर्द-निवारक इलाज कार्य नहीं कर पाते हैं तो आपको डॉक्टर से सर्जरी के लिए परामर्श करना पड़ सकता है।
दर्द निवारक इलाज