के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
हर्टबर्न में छाती में जलन व दर्द होता है, जो अक्सर शाम को खाना खाने के बाद या सोते समय बदतर हो जाता है। कभी-कभी हार्टबर्न की शिकायत होना आम है व किसी खतरे की घंटी नहीं है। जीवनशैली में कुछ बदलाव और ओवर-द-काउंटर (OTC) दवाओं का सेवन कर इससे राहत पाई जा सकती है। अगर यह स्थिति लगातार लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह किसी गंभीर बीमारी का इशारा हो सकता है।
प्रेग्नेंसी के समय में हार्टबर्न की शिकायत होना बहुत आम है। बहुत सारे लोगों में खाना खाने के बाद इसकी शिकायत होती है, लेकिन यह सोते समय भी हो सकती है। कुछ लोगों में किसी खाद्य पदार्थ को खाने या कुछ पेय पदार्थ को पीने के बाद यह परेशानी हो सकती है।
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हार्टबर्न के लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं:
सीने में जलन (Heartburn) होने पर ऐसे लक्षण महसूस किये जा सकते हैं। इन लक्षणों को इग्नोर ना करें और डॉक्टर से संपर्क करें।
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हार्टबर्न की शिकायत तब होती है जब पेट में मौजूद एसिड वापस भोजन नली (Esophagus) में आ जाता है। आमतौर पर जब आप कुछ निगलते हैं आपके अन्नप्रणाली (इसोफेगस) के नीचे के चारों तरफ की मांसपेशियां भोजन और तरल पदार्थ को आपको पेट के नीचे ले जाती हैं। इसके बाद ये मांसपेशियां वापस से कस जाती हैं।
यदि आपका लोअर इसोफेगल स्पिंकटर (Lower esophageal sphincter) कमजोर होता है या ठीक तरह से काम नहीं करता है तो पेट का एसिड वापस इसोफेगस में चला जाता है जिस वजह से हार्टबर्न की शिकायत होती है। लेटते और झुकते समय एसिड का वापस आना गंभीर हो सकता है।
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खाने पीने की इन चीजों के कारण भी हार्टबर्न की शिकायत हो सकती है:
हर किसी में अलग-अलग खाने पीने की चीजे अलग तरह से प्रतिक्रिया करता है। किन चीजों को खाने के बाद आपकी हालत बिगड़ती है उसको ट्रेक करें और एक लिस्ट बनाएं। इस लिस्ट में आप जिन-जिन चीजों का सेवन करते हैं वो लिखें। आप जब कुछ खाते हैं और उसके बाद आपकी हालत खराब होती हैं तो उसे सर्कल कर लें। ऐसा करने से कुछ समय के बाद आप खुद समझने लगेंगे कि किन चीजों का सेवन करने से आपको यह परेशानी होती है।
यदि आपको हार्टबर्न की शिकायत अक्सर रहती है तो इसे गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स रोग (GERD) कहा जाता है। इसके लिए आपको डॉक्टर को दिखाने की जरूरत होती है। हार्टबर्न के इलाज के लिए डॉक्टर आपको दवा रिकमेंड कर सकते हैं। कुछ मामलों में सर्जरी भी करनी पड़ सकती है। यह रोग इसोफेगस को डैमेज भी कर सकता है। इसमें इसोफेगस में कुछ परिवर्तन होते हैं जिससे बैरेट इसोफेगस (Barrett’s esophagus) होने की संभावना रहती है।
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दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
आपका डॉक्टर लक्षणों को देखने के बाद आपको निम्नलिखित टेस्ट कराने की सलाह दे सकता है:
हार्टबर्न के लक्षण से राहत के लिए आपका डॉक्टर आपके खानपान की आदतों में कुछ बदलाव कर सकते हैं। हार्टबर्न से छुटकारे के लिए कुछ दवाओं के सेवन के साथ ही आपको कुछ निम्नलिखित ओवर द काउंटर दवाएं भी रिकमेंड कर सकता है:
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आप अपने लाइफस्टाइल और खानपान की आदतों में थोड़े से बदलाव करके हार्टबर्न की शिकायत से राहत पा सकते हैं। निम्नलिखित बातों से हार्टबर्न की समस्या से निजात पाया जा सकता है:
यदि आपको अक्सर सोते वक्त रात के समय में हार्टबर्न की शिकायत रहती है, तो आप अपने शरीर को कमर से ऊपर उठाने के लिए अपने गद्दे और बेड बॉक्स के बीच में अतिरिक्त तकियों के साथ जगह तैयार करें। ऐसा करने से आपको राहत महसूस होगी।
अगर आपको अपनी समस्या को लेकर कोई सवाल है, तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर करें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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