एंटीबायोटिक्स के कारण छोटी आंत में बैक्टीरिया की संख्या कम हो सकती है, लेकिन यह उस अंडरलाइंग समस्या का समाधान नहीं होता है। यदि, आपके डॉक्टर यह निर्धारित करता है कि आपमें SIBO का कारण अंडरलाइंग कंडीशन है, तो आपको उस स्थिति का उपचार भी शुरू करना होगा। आहार में बदलाव से भी आपको मदद मिल सकती है।
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बैक्टीरिया के रेजिस्टेंस को रोकने में मदद करने के लिए डॉक्टर आपको विभिन्न एंटीबायोटिक दवाओं का प्रयोग होता है। एंटीबायोटिक्स सामान्य और असामान्य दोनों तरह से अधिकांश आंतों के बैक्टीरिया को खत्म कर देते हैं।
SIBO और डायट (SIBO and Diet)
यह साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है कि संतुलित आहार से SIBO से राहत पाई जा सकती है। लेकिन, SIBO वाले कई लोगों ने एक विशेष आहार का पालन करने के बाद राहत पाई है। अपने आहार में कोई भी बदलाव करने से पहले अपने चिकित्सक के साथ बात करें। कुछ बदलाव होने पर आपको लाभ होगा जैसे :
- संतुलन और पौष्टिक आहार का सेवन
- कम मात्रा में आहार खाएं।
- अगर आपको सीलिएक रोग (Celiac Disease) है, तो ग्लूटेन उत्पादों से बचें।
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कैसे करें SIBO की रोकथाम? (Prevention of SIBO)
कई लोग एंटीबायोटिक चिकित्सा को पूरा करने के महीनों बाद SIBO के लक्षणों की रिपोर्ट करते हैं। रोकथाम SIBO के प्रबंधन के लिए जरूरी है। छोटी आंत में अंडरलाइंग मेडिकल स्थिति या फिजिकल डिफेक्ट के कारण SIBO की समस्या हो सकती है। SIBO के मुख्य कारण को नियंत्रित करने से इस समस्या का फिर से होने की संभावना कम होती है। अपनी डायट और लाइफस्टाइल में बदलाव से भी आपको फिर से SIBO की समस्या कम होगी। अधिक से अधिक प्लांट बेस्ड फूड और प्रोसेस्ड और चीनी युक्त आहार से अनहेल्थफुल बैक्टीरिया के बढ़ने की समस्या कम होगी। इसके साथ ही रोजाना व्यायाम करने से भी शरीर के डाइजेस्टिव फंक्शन सही रहने में मदद मिलेगी।
आपके डॉक्टर आपको एलीमेंटल डायट की सलाह भी दे सकते हैं। इससे भी लोगों को फायदा होता है। हालांकि, इस पर भी अभी शोध करने की जरूरत है। किसी भी आहार या ट्रीटमेंट को शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें। इसके साथ ही कोई भी लक्षण नजर आने पर भी तुरंत मेडिकल हेल्प लेना जरूरी है।