आज के समय में वेट मैनेजमेंट के लिए कई तरह की एक्सरसाइज उपलब्ध हैं और लोग अपनी जरूरत के अनुसार उसका चुनाव करते हैं। आज हम यहा बात करेंगे आइसोकाइनेटिक एक्सरसाइज की। यह एक प्रकार का व्यायाम है और इसमें इस्तेमाल की जाने वाली मशीने भी बिल्कुल अलग प्रकार ही होती हैं। यह एक सुरक्षित व्यायाम है और इसका उपयोग कई तरह की बीमारियों में ट्रीटमेंट के तौर पर भी किया जाता है। जानें इसके बारें में कि यह एक्सराइज क्या है :
आइसोकाइनेटिक व्यायाम कई प्रकार से प्रभावकारी है। इस एक्सरसाइज को फिजिकल थेरिपिस्ट द्वारा भी कई प्रकार के डिजीज या स्ट्रोक से रिकवरी के लिए भी सलाह दी जाती है। इसका उपयोग बॉडी मैनेजमेंट के लिए भी किया जाता है। इसके कुछ बेनेफिट्स इस प्रकार हैं:
- चोट से बचाव करता है
- मांसपेशियों मे लचीलेपन को बढ़ाता है
- एक्सट्रा मसल्स के विकास को रोकता है
आइसोकाइनेटिक व्यायाम एक स्ट्रेंथ ट्रेनिंग व्यायाम है। जोकि मांसपेशियों को टोन्ड करने के साथ शरीर के लचीलेपन को भी बढ़ाता है। यह मांसपेशियों की क्षमता को भी बढ़ाता है। यह आपको फिट रखने के साथ आपको वेट को भी कंट्रोल में रखता है। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से आपकाी रोजमर्रा की गतिविधियां आसान हो जाती हैं। इससे आपकी बॉडी को पॉजिटिव बेनेफिट् मिलते हैं।