शरीर को रखें ठंडा
व्यायाम या खेलकूद से पहले हमारा शरीर ठंडा होता है। गर्म शरीर की तुलना में ठंडे शरीर में जल्दी चोट लगती है। ऐसे में वार्म अप करना जरूरी है। इसके साथ ही पर्याप्त पानी पिएं। इससे आप डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक आदि से बचेंगे।
स्ट्रेचिंग करना न भूलें
स्ट्रेचिंग एक्सरसाइजेज मांसपेशियों के संकुचन और परफॉर्म करने की क्षमता में सुधार कर सकती हैं। जिससे चोट लगने का जोखिम कम हो जाता है। मांसपेशियों में स्ट्रेचिंग के एक पॉइंट तक पहुंचने तक स्ट्रेच धीरे-धीरे शुरू करना चाहिए। स्ट्रेचिंग दर्दनाक नहीं होनी चाहिए।
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सही तकनीक और उपकरण
खेलते या व्यायाम करते हुए आपका हर उपकरण या प्रयोग में आने वाली चीजें सही होनी चाहिए जैसे जूते। अगर आपके जूते सही नहीं होंगे, तो यह पैर में चोट का कारण बन सकते हैं। कोई भी खेल खेलते हुए या एक्सरसाइज करते हुए सही तकनीक के बारे में जानकारी होना भी जरूरी है। जब भी आप थके हुए या दर्द में हों तब व्यायाम करना या खेलना नजरअंदाज करें। अगर आपको स्पोर्ट इंजरी होती है तो आप फिर से खेलने या व्यायाम से पहले सही इलाज कराएं और आराम करें।
अधिक करने से बचें
अगर आपको चोट लग जाती है तो जब तक आप पूरी तरह से स्वास्थ्य नहीं हो जाते। खेल या व्यायाम शुरू न करें। दर्द में खासतौर पर काम शुरू न करें।
स्पोर्ट्स इंजरीज का उपचार (sport injuries treatment) कैसे होता है?
स्पोर्ट्स इंजरी के उपचार (sport injury treatment) के बारे में जानने से पहले यह पता होना चाहिए कि आपकी स्पोर्ट इंजरी का प्रकार कौन सा है। उसके बाद ही उसका सही उपचार संभव है।

स्पोर्ट्स इंजरीज (sports injuries) के लिए RICE मेथड
अगर आपको हलकी स्पोर्ट्स इंजरी (sports injury) है तो उपचार के लिए एक खास तरीका अपनाया जाता है जिसे RICE मेथड कहा जाता है। इसमें R को रेस्ट यानी आराम, I को ice यानी बर्फ, C को कम्प्रेशन यानी दबाव। E को एलिवेशन यानि ऊंचाई के लिए जाना जाता है। हलकी स्पोर्ट्स इंजरीज (sports injuries) के लिए यह तरीका बेहद अच्छा है। अच्छे परिणामों के लिए इस तरीके को चोट लगने के बाद 24 to 36 के बीच अपनाया जाता है। इससे सूजन कम हो जाती है। स्पोर्ट्स इंजरी (sports injury) के कारण होने वाले दर्द और नील पड़ने की समस्या से भी मुक्ति मिलती है।
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दवाइयां
ओवर द काउंटर और डॉक्टर द्वारा बताई सलाह से दवाई लेने से भी आपके चोट ठीक हो सकती है या दर्द और सूजन कम हो सकती है। अगर आपकी स्पोर्ट्स इंजरी (sports injury) गंभीर है तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। अगर आपको यह लक्षण दिखें तो यह चोट गंभीर हो सकती है:
- अधिक सूजन और दर्द
- कोई गांठ, बम्प, या अन्य समस्या
- जोड़ों का उपयोग करते हैं तो आवाज़ आती हो
- कमजोरी या जोड़ पर वजन डालने में असमर्थता
- अस्थिरता
अगर आपको चोट लगने के बाद निम्न में से कोई भी अनुभव होता है, तो भी यह आपातकालीन स्थिति है और आपको तुरंत डॉक्टर की जरूरत है:
- सांस लेने में दिक्कत
- सिर चकराना
- बुखार
गंभीर खेल चोटों के लिए सर्जरी और फिजिकल थेरेपी की आवश्यकता हो सकती है। यदि चोट दो सप्ताह के भीतर ठीक नहीं होती है, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
अन्य तरीके
स्पोर्ट्स इंजरीज का उपचार (sport injury treatment) इन तरीको से भी किया जाता है:
- कास्ट, या ब्रेस का प्रयोग
- दर्द निवारक इंजेक्शन, जैसे कि कोर्टिसोन शॉट (Cortisone shot)
- फिजिकल थेरेपी
- सर्जरी

अगर किसी को अचानक स्पोर्ट्स इंजरी (sports injury) हो जाती है तो ऐसे में क्या करना चाहिए?
अगर किसी को अचानक स्पोर्ट्स इंजरी (sports injury) हो जाती है तो ऐसे में दर्द, सूजन को दूर करने के लिए R.I.C.E. मेथड का प्रयोग करना चाहिए:
- रेस्ट – जिस जगह पर चोट लगी है उस जगह पर अधिक दबाव न डालें और अगले कुछ दिन आराम करें।
- आइस : आइस सूजन और जलन को कम करने में प्रभावी है इसके साथ ही यह दर्द में भी लाभदायक साबित हो सकती है। कई एथलीट जो एक गंभीर चोट पर बर्फ लगाते हैं, उन्हें असुविधा को कम करने के लिए दर्द की गोलियों की आवश्यकता नहीं होती है।
- कंप्रेस : कंप्रेस यानी चोट वाली जगह पर दबाव बनाना। लेकिन, यह दबाव अधिक नहीं होना चाहिए। आप इस जगह को किसी बैंडेज से लपेट सकते हैं
- एलिवेट : इंजर्ड जगह को ऊपर उठाने से सूजन, जलन और दर्द को कम करने में भी मदद मिल सकती है।
अगर इस तरीके से आराम न मिल रहा हो तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें और सही उपचार कराना जरूरी है।