निओनेटल टिटनेस इंजेक्शन(Neonatal Tetanus) क्या है?
निओनेटल टिटनेस, (Neonatal Tetanus) टिटनेस का ही एक रूप है। यह इंजेक्शन उन बच्चों को दिया जाता है जो विषम परिस्थितियों में पैदा होते हैं। खासकर अगर गर्भनाल स्टंप दूषित हो जाता है।
बच्चे को टिटनेस शॉट (Tetanus Shots) क्यों लगवाना चाहिए?
बच्चे को टिटनेस, डिप्थीरिया और काली खांसी (पर्टुसिस) हो सकती है। इन सबसे बचाने के लिए टिटनेस इंजेक्शन लगवाना जरूरी है। टिटनेस जैसी बीमारी की वजह से बच्चे को दर्दनाक मसल्स स्टिफनेस का सामना करना पड़ सकता है। उसे इन मुसीबतों का सामना न करना पड़े, इसलिए टिटनेस वैक्सीनेशन जरूरी है।
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चोट लगने पर टिटनेस इंजेक्शन क्यों लगाया जाता है?
यदि बच्चे को चोट लगने से कोई घाव हो गया है, तो अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए। खासकर अगर घाव गहरा है और उस पर गंदगी या कोई बाहरी चीज लग गई हो। अगर बच्चे को लोहे से जख्मी हुआ है तो चोट लगने पर टिटनेस इंजेक्शन के लिए डॉक्टर सिफारिश कर सकते हैं। डॉक्टर चोट को देखकर बता सकते हैं कि आपको टिटनेस के इंजेक्शन की जरुरत है या नहीं। टिटनेस के इंजेक्शन के बारे में अगर आपके मन में कोई शंका है तो डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर होगा।
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एक बच्चे में टिटनेस (Tetanus injection for Kids)
का क्या कारण हो सकता है?
यह टेटनस बैक्टीरिया के कारण होता है। बैक्टीरिया आमतौर पर त्वचा में घाव के द्वारा बॉडी में प्रवेश करते हैं। यह उन जगहों पर भी ज्यादा होता है जहां टिटनेस वैक्सीन का अक्सर उपयोग नहीं किया जाता है। साथ ही बच्चे के जन्म के बाद स्टंप की देखभाल सही से न करने के कारण भी टिटनेस हो सकता है।
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इन स्थितियों में चोट लगने पर टिटनेस इंजेक्शन
लगाने की सलाह देते हैं डॉक्टर
- बच्चे को चोट लगी है और घाव साफ है, लेकिन बीते 10 सालों में कोई टिटनेस बूस्टर नहीं लगा है, तो डॉक्टर टिटनेस बूस्टर लगवाने के लिए कह सकते हैं।
- अगर घाव पर गंदगी या टिटनेस होने की संभावना लगती है। साथ ही बच्चे को पिछले पांच वर्षों में कोई टिटनेस बूस्टर शॉट नहीं लगा है तो चोट लगने पर टिटनेस इंजेक्शन की सिफारिश की जा सकती है।
- अगर बचपन में प्राइमरी वैक्सीनेशन नहीं हुआ है, तो चोट लगने पर टिटनेस इंजेक्शन लगवाना पड़ सकता है। घाव के उपचार के समय टीटी इंजेक्शन के साथ ही इम्यूनोग्लोबुलिन की डोज भी डॉक्टर दे सकते हैं जिससे टिटनेस के खिलाफ बॉडी में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।