इससे पहले कि आपका बच्चा किसी भी शब्द का उपयोग करना शुरू करता है, उससे पहले ही वे अपनी किलकारियों और बब्ब्लिंग (Babbling) से अपनी बातें पेरेंट्स तक पहुंचाने की कोशिश करते हैं। माता-पिता उस क्षण का बेसब्री से इंतजार करते हैं की कि जल्दी से उनका शिशु बात करना शुरू करें। लेकिन, क्या आपको पता है कि बच्चे जन्म के साथ ही संवाद करना शुरू कर देतें है। नवजात शिशु का जन्म रोने की क्षमता के साथ होता है, जो कुछ समय तक उनके लिए बातचीत का जरिया बनता है। इस समय न्यू पेरेंट्स बच्चों के साथ संवाद (Communication with babies) कैसे करें? बेबी टॉक को कैसे समझें? जानते हैं इस लेख में-