प्रसव के बाद शिशु को दूध पिलाना एक अलग ही अनुभव है, लेकिन इसमें भी कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जहां नवजात शिशुओं को स्तनपान और लैचिंग में समस्या हो सकती है। वहीं, बड़े बच्चे जो हफ्तों या महीनों से अच्छी तरह से ब्रेस्टफीडिंग कर रहे हैं, अचानक स्तनपान से इंकार कर सकते हैं। ये दोनों ही स्थितियां परेशान करने वाली होती हैं। लेकिन, थोड़ा-सा धैर्य रखकर बच्चे की नर्सिंग स्ट्राइक को खत्म किया जा सकता है। चाहे तो आप किसी बाल रोग विशेषज्ञ या नर्सिंग एक्सपर्ट से बात कर सकती हैं। इसके अलावा यहां कुछ टिप्स बताए जा रहे हैं जिससे शिशु की नर्सिंग स्ट्राइक खत्म करने में आपके लिए मददगार साबित होंगे। साथ ही पता चलेगा कि शिशु के स्तनपान के इंकार की वजह क्या है।