इंफ्लुएंजा
- बच्चों में थकान
- मसल्स में दर्द
पोलियो
बच्चों का टीकाकरण कराने के बाद होने वाले साइड-इफेक्ट्स गंभीर होने पर क्या करें?
रोटावायरस के गंभीर दुष्परिणाम में बच्चा बार-बार उल्टी करेगा। उसके स्टूल में ब्लड भी आ सकता है। अगर आपको बच्चे में ये लक्षण दिखाई, दें तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। कभी-कभी बच्चा दिखने में कमजोर और चिड़चिड़ा हो सकता है। वैक्सिनेशन के पहले और दूसरे डोज के बाद पहले हफ्ते में इस प्रकार के लक्षण नजर आ सकते हैं। इस दौरान बच्चे को पूरी तरह हाइड्रेड रखें। फीवर के लिए उसे पैरासिटामोल सीरप दी जा सकती है।
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चिकनपॉक्स वैक्सीन का दुष्परिणाम
सीडीसी के मुताबिक, 12 महीने से लेकर 18 वर्ष की आयु तक बच्चों को चिकनपॉक्स वैक्सीन के दो डोज दिए जाते हैं। चिकनपॉक्स वैक्सीन का पहला डोज 12 और 15 महीने के बीच दिया जाना चाहिए। इसका दूसरा डोज चार और छह वर्ष के बीच में दिया जाना चाहिए। सीडीसी का कहना है कि बच्चों को चिकनपॉक्स का वैक्सीन लगाने के बाद उन्हें अक्सर बुखार आ जाता है।
इस स्थिति में घबराने की जरूरत नहीं है। इस पर पुणे के खरादी में स्थित मदरहूड हॉस्पिटल के डीएनबी (पीडियट्रिक्स), फैलोशिप (निओनेटोलॉजी एंड पीडियाट्रिक्स क्रिटिकल केयर) पीडियाट्रीशियन एंड निओनेटोलॉजिस्ट डॉक्टर सचिन भिसे ने कहा, ‘वैक्सीनेशन के बाद बुखार आना सामान्य बात है। आमतौर पर इस स्थिति में बच्चों को बुखार की दवा दी जाती है, जिससे यह कुछ समय बाद ठीक हो जाता है। बुखार न ठीक होने की स्थिति में बच्चे को तुरंत हॉस्पिटल लेकर जाना चाहिए।’
बच्चे का टीकाकरण (वैक्सीनेशन) जरूरी है। यह बच्चों की जानलेवा संक्रामक बीमारियों से रक्षा करता है। यदि वैक्सीनेशन के बाद ऊपर बताए गए साइड-इफेक्ट्स कुछ समय के बाद ठीक नहीं हो रहे हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।