मां की तबीयत खराब होने पर क्या करें?
मेदांता दी मेडिसिटी, गुरुग्राम की गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. सभ्यता गुप्ता के मुताबिक, अगर स्तनपान के दौरान मां की तबियत खराब होती है, तो भी वे बीमारी में शिशु को स्तनपान करवा सकती है। इससे बच्चे की सेहत पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता है। हालांकि मां को कोई गंभीर बीमारी या वायरल इंफेक्शन (Infection) न हो, ऐसे में डॉक्टर की सलाह लेनी उचित होगी।
किन बीमारियों में जारी रख सकते हैं स्तनपान (Breastfeeding During Illness)?
बुखार, सर्दी-जुकाम, दस्त, खांसी, उल्टी, डिप्रेशन (Depression) या अस्थमा (Asthma) आदि।
और पढ़ें : इंटिमेसी की स्टेज से समझें कब करें पहली बार सेक्स, जानिए किस स्टेज पर हैं आप
किन बीमारी में शिशु को स्तनपान?
एचआईवी (HIV), स्तन के दूध का रंग या स्वाद बदलने पर (डॉक्टर की सलाहनुसार), कैंसर आदि।
क्या कहते हैं डॉक्टर्स?
डॉक्टर्स के मुताबिक अगर मां को बुखार (Fever), सर्दी या जुकाम, दस्त, खांसी, उल्टी, डिप्रेशन या अस्थमा जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं या हैं, तो मां अपनी इस बीमारी में शिशु को स्तनपान करवा (Breastfeeding During Illness) सकती है। क्योंकि ऐसी बीमारियों के लक्षण मां का दूध पीने से शिशु को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाता है। हालांकि, अगर मां को बहुत लंबे समय से सर्दी-जुखाम या फ्लू (Flu) की समस्या हो रही है, तो ऐसी बीमारी में शिशु को स्तनपान कराने से पहले मां को अपने डॉक्टर से परामर्श करना अनिवार्य होता है।
एक बात का ध्यन रखें कि जन्म लेने के बाद शिशु में रोग प्रतिधोक क्षमता (Immune power) का विकास नहीं हुआ होता है। जन्म के बाद मां का ही दूध पीने से बच्चे में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। इसके अलावा, जन्म लेने वाले बच्चों को मौसमी बीमारियां और संक्रमण (Infection) भी बहुत तेजी से फैल सकते हैं। इसलिए छोटे बच्चे को मां का दूध पिलाना बहुत जरूरी होता है। ताकि बच्चा संक्रमण से सुरक्षित रह सके। इसके साथ ही, अगर बच्चा जन्म के बाद बीमार भी होता है, तो मां के दूध में मौजूद तत्व उसे जल्दी से ठीक करने में भी मदद करते हैं।
और पढ़ें : टीथिंग के दौरान ब्रेस्टफीडिंगः जब बच्चे के दांत आने लगें, तो इस तरह से कराएं स्तनपान
दवाओं के सेवन से करें परहेज
हालांकि बीमारी में शिशु को स्तपान कराना तभी तक सुरक्षित होता है, जब तक मां किसी तरह की दवा का सेवन न करें। क्योंकि दवाओं का प्रभाव बच्चे में मां के दूध के जरिए इंटरैक्शन कर सकता है। अगर मां किसी तरह के दवा का सेवन करती भी हैं, तो इसके लिए उसे अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। हालांकि, स्तनपान के दौरान पैरासिटामोल (Paracetamol) और आइबूप्रोफेन (Ibuprofen) दवाओं का सेवन करना सुरक्षित माना गया है। लेकिन, अगर मां को पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे, पेट में अल्सर या दमा (अस्थमा) की समस्या है, तो उन्हें आइबुप्रोफेन का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके लिए अन्य सुरक्षित उपचार के बारे में अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।