सभी दवाओं की तरह टीकों के दुष्प्रभाव हो सकते हैं। लगभग ये सभी मामूली प्रतिक्रियाएं हैं, जैसे इंजेक्शन वाली जगह दर्द या हल्का बुखार। अधिकांश साइड-इफेक्ट कम समय के लिए होते हैं और लंबी समस्याओं का कारण नहीं बनते हैं। एक मामूली रिएक्शन भी दिखता है कि टीका इम्यूनिटी सिस्टिम पर जरूरी प्रभाव डाल रहा है। अधिक गंभीर दुष्प्रभाव बहुत कम देखने को मिलते हैं । लेकिन इसमें एलर्जी संबंधी प्रतिक्रियाएं (एनाफिलेक्सिस सहित) हो सकती हैं। रोटावायरस टीकाकरण में पहली और दूसरी वैक्सीन की खुराक के बाद पहले कुछ हफ्तों में 17,000 में से 1 शिशु को कुछ परेशानी हो सकती है।
बच्चो का वैक्सीनेशन (Vaccination Chart For Babies) कहां कराएं ?
अपने आसपास के सरकारी अस्पताल या बाल स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर पता करें कि क्या वे मुफ्त टीकाकरण करते हैं। आप अपने बच्चे को अपने डॉक्टर द्वारा भी टीका लगवा सकती हैं। जिसमें टीका मुफ्त होगा, आपका डॉक्टर परामर्श शुल्क ले सकता है।
बच्चों का वैक्सीनेशन कराने के बाद इन बातों का रखें ख्याल
- पोलियो की खुराक के तुरंत बाद बच्चे को स्तनपान कराया जा सकता है।
- बीसीजी का वैक्सीनेशन बच्चे को जहां लगा हो वहां कोई रिएक्शन या फफोला हो तो घबराएं नहीं।
- बच्चों का वैक्सीनेशन (Vaccination Chart For Babies) कराने के बाद अगर उसे कोई एलर्जी हो या बुखार आए तो घबराएं नहीं डॉक्टर से सलाह लें।
- टीका लगने वाली जगह पर अगर सूजन हो, तो उस पर ठंडे पानी की पट्टी रख सकते हैं।
हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता है। इस आर्टिकल में हमने आपको बच्चों का वैक्सीनेशन (Immunisation in kids) के बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।