के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Pooja Bhardwaj
चिकनपॉक्स को वेरिसेला भी कहा जाता है, जो त्वचा पर दिखाई देता है। इस बीमारी में पूरे शरीर और चेहरे पर दाने जैसे ब्लिस्टर हो जाते हैं। यह वायरस के कारण होता है। यह उन लोगों को भी हो सकता है, जिन्होंने इसका वेक्सिनेशन नहीं लिया होता। यह एक सामान्य हर्पिस वायरस के कारण होता है, जिसे हम वेरिसेला जोस्टर वायरस भी कहते हैं। यह वायरस बचपन मे होता है और वयस्क होने पर दाद (herpes zoster) का कारण बनता है। वह दाद काफी दर्दनाक होता है।
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यह एक सामान्य वायरस की बीमारी है, यह किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है। लेकिन, ज्यादातर 15 साल से कम उम्र के बच्चों को यह बीमारी होती है। इसके अलावा, जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, उन्हें यह बीमारी हो सकती है, जैसे गर्भवती महिला,शिशु, बुजुर्ग आदि। ऐसे में इसका वेक्सिनेशन बीमारी को रोकने और कम करने में मदद करता है। चिकन पॉक्स की तरह ही एक और बीमारी है जिसे मंकीपॉक्स कहते हैं।
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चिकनपॉक्स के लक्षण आमतौर सात या 21 दिन बाद दिखाई देते हैं। इसमें हल्का बुखार, सिरदर्द, हल्की खांसी, थकान और भूख न लगना जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। दो से तीन दिन बाद शरीर पर खुजली वाले लाल धब्बे जैसे दिखाई देते हैं। हालांकि, वह धब्बे पर चार से पांच दिनों में सूख जाते हैं। इस बीमारी में कुछ लोगों को शरीर पर 500 से ज्यादा छाले भी हो सकते हैं। आमतौर पर यह रैशेज होने के एक से दो दिन पहले और ब्लिस्टर बनने के बाद छह दिन तक संक्रमित रहता है। यह छाले मुंह, कान और आंखों मे भी हो सकते हैं। यह बताए गए कुछ लक्षण हो सकते हैं। अगर आपको ऐसा कोई भी लक्षण नजर आए, तो डॉक्टर से संपर्क करने में देरी न करें।
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निम्नलिखित लक्षण बच्चों में नजर आ सकते हैं। जैसे-
नीचे बताए गए लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए, जैसे:
अगर आपको ऊपर बताए गए लक्षण दिखाई दें और यह बढ़ रहे हों, तो आपको अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए। हर किसी का शरीर अलग तरीके से काम करता है। अपने डॉक्टर से बात करना आपके लिए अच्छा रहेगा।
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इसका कारण वेरिसेला-जोस्टर हर्पीज वायरस होता है। अगर आसपास किसी को चिकनपॉक्स हुआ हो, तो यह दूसरे को होने का खतरा बढ़ सकता है।
चिकनपॉक्स के कई जोखिम कारण हैं,जैसे:
दी गई जानकारी किसी भी मेडिकल एडवाइज का विकल्प नहीं है। ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करे।
इससे होने वाले लाल धब्बे खासतौर पर अलग तरह के स्पॉट से होते हैं। इस तरह का निदान सरल होता है। ऐसे में डॉक्टर मेडिकल हिस्ट्री को देखकर इसका पता लगाते हैं।
हेल्दी बच्चों को किसी विशेष दवा की जरूरत नहीं होती। लेकिन, ये लक्षण दिखने पर राहत दिलाने में मदद कर सकती हैं। एसिटामिनोफेन जैसे नॉन-एस्पिरिन प्रोडक्ट बुखार को कम करने में मदद करते हैं। लेकिन, चिकनपॉक्स वाले बच्चों को एस्पिरिन न दें। एंटीथिस्टेमाइंस, कैलेमाइन जैसे लोशन,और ओटमील बाथ खुजली को कम करने में मदद करते हैं। वहीं, लिक्विड ड्रिंकिंग से आराम मिलता है और यह चिकनपॉक्स फैलने से रोकते हैं। चिकनपॉक्स फैलने से रोकने के लिए बच्चों को दूसरों से तब तक दूर रखें, जब तक ब्लिस्टर ठीक न हो जाएं। गंभीर इन्फेक्शन और बिगड़े हुए इम्यून सिस्टम वाले लोगों को डॉक्टर एंटीवायरल दवा दे सकते हैं।
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चिकनपॉक्स के लिए घरेलू उपचार के तौर पर आप निम्न उपायों को अपना सकते हैं, जिसमें शामिल हैंः
गाजर और धनिया के पत्ते प्राकृतिक तौर पर दोनों में शरीर को ठंडक प्रदान करने वाले गुण होते हैं। ऐसे में इनका मिश्रण एक अच्छा एंटी-ओक्सिडेंट की तरह काम कर सकता है। चेचक के उपचार के लिए इनका इस्तेमाल करने के लिए आप गाजर हरी धनिया के पत्तों को पानी में उबाल कर नियमित रूप से कुछ दिनों के लिए उस पानी पी सकते हैं। हालांकि, अगर आप इस दौरान किसी भी तरह की दवा का सेवन कर रहे हैं या आपको कोई अन्य शारीरिक समस्या है, तो इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
नीम के गुण कई तरह के संक्रमण को खत्म करने के लिए काफी प्रभावी होते हैं। इसका इस्तेमाल करने के लिए आप नीम के पत्तों को उबालें और इसी पानी का इस्तेमाल नहाने के लिए कर सकते हैं। इससे इसका संक्रमण अधिक नहीं फैलता और खुजली से भी राहत मिल सकती है।
विटामिन ई के गुणों वाले आप किसी भी तेल का इस्तेमाल इसके लिए कर सकते हैं। विटामिन ई युक्त तेल के इस्तेमाल से आपको खुजली की समस्या से राहत मिल सकती है।
बेकिंग सोडा में जीवाणुरोधी गुण होते हैं। यह घावों को भरने में भी मदद कर सकते हैं। चेचक की घरेलू उपचार करने के तौर पर आप आधा चम्मच बेकिंग सोडा पानी में मिला लें। फिर कॉटन की मदद से उस पानी को प्रभावित स्थान पर लगाएं। इसे धुलें नहीं और सीधा सूखने दें। आप चाहें तो कुछ घंटों बाद स्नान कर सकते हैं।
एलोवेरा में पाएं जाने वाले गुण चिकनपॉक्स से संक्रमित हुई त्वचा को ठंडक देने में मदद कर सकते हैं। इसमें मौजूद एंटीइंफ्लेमेट्री गुण त्वचा को नमी प्रदान करता है और खुजली की समस्या को कम करता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए आप इसके ताजे जेल को सीधे प्रभावित त्वचा पर लगाकर उसे सूखने के लिए छोड़ सकते हैं।
अगर आप चिकनपॉक्स से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
डिस्क्लेमर
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