सामान्य स्थिति में स्ट्रेच मार्क्स के निशानों को हल्का करने के लिए आप किसी भी भरोसेमंद ब्रांड के अच्छे क्वालिटी के स्ट्रेच मार्क्स के लिए बनाए गए क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं। जो सुरक्षित माने जाते हैं। लेकिन, गर्भावस्था की बात करें, तो इस दौरान स्ट्रेच मार्क्स प्रेग्नेंट महिला के पेट पर ज्यादा बनते हैं, क्योंकि गर्भ में बच्चे के विकास के साथ-साथ महिला का पेट भी बड़ा होता रहता है जिसके कारण उसके पेट की नसों और त्वचा में खिंचाव होता है और स्ट्रेच मार्क्स आ जाते हैं। इस दौरान कुछ महिलाओं के पेट पर काफी गहरे रंग के या हल्के रंग के भी स्ट्रेच मार्क्स के निशान बन सकते हैं। जो प्रसव बाद धीरे-धीरे हल्के हो जाते हैं। हालांकि, पूरी तरह से कभी खत्म नहीं होते हैं।
वहीं, प्रेग्नेंसी के दौरान महिला को किसी भी तरह के केमिकल का इस्तेमाल करने से पहले काफी सतर्क होना होता है। क्योंकि, केमिकल्स प्रेग्नेंसी और गर्भ में पल रहे बच्चे को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए, आमतौर पर डॉक्टर सलाह देते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान स्ट्रेच मार्क्स के लिए बनाए गए क्रीम का इस्तेमाल न करें। प्रसव के बाद आप अपने डॉक्टर की सलाह पर स्ट्रेच मार्क्स के लिए क्रीम, घरेलू तरीके और अन्य ट्रीटमेंट के बारे में विचार कर सकती हैं।
इसके अलावा, अगर आप गर्भावस्था के दौरान स्ट्रेच मार्क्स को कम करने लिए क्रीम का इस्तेमाल करना चाहती हैं, तो निम्न बातों का ध्यान रख सकती हैं, जिनमें शामिल हैंः
और पढ़ें – 6 मंथ प्रेग्नेंसी डाइट चार्ट : इस दौरान क्या खाएं और क्या नहीं?
प्राकृतिक तेलों से बना हो
स्ट्रेच मार्क्स के लिए क्रीम का चुनाव करते समय सबसे पहले ध्यान दें कि वो प्राकृतिक तेलों से बना हो, ताकि उसके इस्तेमाल के बाद किसी भी तरह के केमिकल आपके त्वचा के अंदर न प्रवेश कर सके। अगर आपका स्ट्रेच मार्क्स के निशानों को कम करने के लिए क्रीम पूरी तरह से प्राकृतिक तेलों से बना हैं, तो स्किन पर लगाने के बाद वह बहुत ही जल्दी सूख जाता है औक कपड़ों पर भी उसका निशान क से कम होता है।
और पढ़ें – प्रेग्नेंसी में बाल कलर कराना कितना सुरक्षित?
गंधहीन हो