गर्भावस्था में डायरिया, कब्ज या मॉर्निंग सिकनेस होना बहुत सामान्य है। अगर आपको यह समस्याएं हो, तो 5 मंथ प्रेगनेंसी डाइट चार्ट के अनुसार आप कैसा आहार ले सकती हैं, जानिए:
- मॉर्निंग सिकनेस : सुबह की समस्याओं जैसे जी मचलना आदि को दूर करने के लिए आप हल्का आहार खाएं। नींबू पानी इसमें आपकी मदद कर सकता है। इसके साथ ही अगर आपको यह समस्या है तो अधिक वसा युक्त या तला भुना आहार खाने से बचे।
- कब्ज : कब्ज की स्थिति में फाइबर युक्त आहार लें जैसे फल, सब्जियां आदि। इसके साथ ही जितना अधिक हो सके, पानी पीएं।
- डायरिया : डायरिया होने पर थोड़ी- थोड़ी देर बाद हल्का आहार लें। केले, सफेद चावल, दलिया, खिचड़ी आदि इस दौरान लेना आपके लिए लाभदायक रहेगा।
- हार्टबर्न: हार्टबर्न की स्थिति में पूरा दिन थोड़ी-थोड़ी मात्रा में कुछ न कुछ अच्छे से चबा कर खाएं। अधिक मिर्च-मसाले या कैफीन युक्त आहार को लेने से बचे। अपने भोजन के साथ तरल पदार्थों का सेवन भी करें। आप इस बारें में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से भी परामर्श कर सकते हैं।
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क्या गर्भावस्था में कुछ भी खाने की इच्छा होना सामान्य है?
गर्भावस्था में खाने की इच्छा होना बेहद सामान्य है। हालांकि कुछ महिलाएं ऐसा महसूस करती हैं कि उन्हें इस दौरान कुछ खास खाना है और कुछ महिलाएं ऐसा महसूस ही नहीं होता। अगर आपके खाने की यह इच्छा पौष्टिक आहार से जुड़ी है और कभी-कभी होती है तो इसमें कोई समस्या नहीं है। लेकिन कुछ महिलाओं को इस दौरान बर्फ, मिट्टी, राख आदि खाने की इच्छा होती है। यह चीजें आपके और आपके बच्चे के लिए हानिकारक हैं। ऐसा होना किसी पोषक तत्व की कमी की तरफ संकेत भी हो सकता है जैसे आयरन की कमी। इस स्थिति को पिका(Pica ) कहा जाता है। अगर ऐसा है तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह करें।
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कच्चा पपीता के साथ ही मछली का सेवन न करने की सलाह दी जाती है। मछली में मरकरी होता है जो होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। वहीं कच्चे पपीते का सेवन भी होने वाले बच्चे के लिए ठीक नहीं होता है। आप डॉक्टर से इस बारे में जरूर पूछें कि प्रेग्नेंसी के दौरान क्या नहीं खाना चाहिए। कुछ बातों का ध्यान रख आप प्रेग्नेंसी के दौरान पौष्टिक आहार का सेवन कर सकते हैं।
गर्भावस्था में सबसे आवश्यक बात यह है कि प्रेग्नेंसी के किसी भी समय डाइट न करें। अगर आपका वजन अधिक भी है तब भी डाइट के बारे में न सोचें। क्योंकि, इस समय आपके और आपके बच्चे को पर्याप्त नुट्रिएंट की आवश्यकता होती है। अगर आप डाइट करेंगी तो यह आपके और आपके शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकता है।