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केला
गर्भवती आहार में केले को जरूर शामिल करें। यह फॉलिक एसिड, पोटेशियम, विटामिन बी 6 और कैल्शियम का एक अच्छा स्रोत है। गर्भावस्था के दौरान विटामिन बी की कमी को पूरा करने के लिए यह फल अच्छा माना जाता है।
ब्रोकोली
ब्रोकोली विटामिन ए, सी, के फॉलेट, पोटेशियम और आयरन से भरपूर होती है। ब्रोकोली में एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं और इम्युनिटी को मजबूत करने में भी मददगार होती है। जो गर्भवती महिलाएं अक्सर ब्रोकोली का सेवन करती हैं, उनके बच्चों का जन्म के समय वजन कम होने की संभावना कम होती है।
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वसा-रहित दूध
गर्भ में पल रहे शिशु की वृद्धि और विकास के लिए कैल्शियम आवश्यक होता है। वसा-रहित दूध गर्भवती महिला को सभी आवश्यक पोषक तत्व उपलब्ध कराता है और फैट फ्री दूध अनावश्यक वजन बढ़ने से भी रोकता है ।
बीन्स
बीन्स, प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होते हैं, उनमें मौजूद उच्च मात्रा में पोटेशियम और मैग्नीशियम गर्भवती महिलाओं के लिए भी उपयोगी होता है। प्रेग्नेंट महिलाओं को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ता है, उनमें से एक हैं कब्ज। बीन्स की सहायता से कब्ज की समस्या को खत्म किया जा सकता है।
गर्भवती आहार के बारे में डॉक्टर से सलाह लें, अगर:
- आप पूरे वेजीटेरियन (शाकाहारी) हैं,
- महिला को गर्भावधि मधुमेह (जेस्टेशनल डायबिटीज) है,
- यदि एनीमिया है,
- आपको थायरॉइड से जुड़ी समस्याएं हैं,
- महिला को उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) है,
- आपने पहले कम वजन वाले शिशु को जन्म दिया है।
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नोट- विटामिन और मिनरल्स की बहुत अधिक मात्रा लेना शिशु के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। ऊपर बताई गई इन स्थितियों में गर्भवती महिला आहार में अतिरिक्त विटामिन और मिनरल की जरूरत हो सकती है। इसके लिए स्पेशल प्रेगनेंसी डाइट चार्ट की जरूरत पड़ सकती है। इस बारे में डॉक्टर या डायटीशियन से सलाह लें।
प्रेगनेंसी में अतिरिक्त पोषक तत्वों की आवश्यकता गर्भवती महिला के शरीर और गर्भ में पल रहे शिशु को आवश्यक पोषण प्रदान करने के लिए होती है। इन पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए गर्भवती आहार में पोषक तत्वों से भरपूर फल और सब्जियों को शामिल किया जाना चाहिए। गर्भवती महिला अपनी उम्र और वजन के अनुसार और विशेषज्ञों द्वारा दी गई राय के अनुसार रोजाना सही मात्रा में ऊपर बताए गए फूड्स को गर्भवती आहार में शामिल करना चाहिए। इससे गर्भवती आहार के फायदे शिशु और मां दोनों को ही मिलते हैं।