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थायरॉइड और वजन में क्या है कनेक्शन? ऐसे करें वेट कम

Written by डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


अपडेटेड 03/01/2020

    थायरॉइड और वजन में क्या है कनेक्शन? ऐसे करें वेट कम

    बढ़ते वजन का एक कारण कुछ शारीरिक और मानसिक स्थितियां भी हो सकती हैं। इन्हीं में थायरॉइड भी इसका एक कारण हैं। अगर आप भी थायरॉइड के कारण बढ़ते वजन से परेशान हैं, तो यहां जानें उसका हल।

    सवाल

    मुझे थायरॉइड है और इस वजह से मेरा वजन लगातार बढ़ रहा है। मैं अपना वजन मेंटेन करने के लिए क्या कर सकती हूं?

    यह भी पढ़ेंः थायरॉइड के बारे में वो बातें जो आपको जानना जरूरी हैं

    जवाब

    थायरॉइड ग्रंथि मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करती है और जब यह सही तरीके से काम नहीं करती तो वजन बढ़ने लगता है। इन लोगों में सबसे बड़ी समस्या जो होती है वो है कि वो जितने जतन कर लें उनका वजन कम ही नहीं होता है। थायरॉइड ग्लैंड का हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म मेंटेन करने में बहुत जरूरी हिस्सा है। अगर आपको हाइपोथायरॉयडिज्म है, तो इससे आपका वजन बढ़ जाता है। अगर आपको ऐसा लगता है कि आप का वजन बढ़ रहा है तो कुछ ज्यादा बढ़ने से पहले ही आप उसे मेंटेन करने के लिए अच्छी डायट और एक्सरसाइज फॉलो करें। डायट एक बहुत जरूरी हिस्सा है जिसे हमें नियमित तौर पर फॉलो करना चाहिए।

    आप किस प्रकार का खाना खाते हो यह भी वजन बढ़ने का कारण बन सकता है। ताजे सब्जी और फल खाएं न की जंक फूड्स। आप का डायट जितना सादा और हेल्दी होगा उतना ही आपको वेट मेंटेन करने में परेशानी नहीं होगी।

    खुद को हाइड्रेट रखना भी जरूरी है, पानी मेटाबॉलिज्म में मदद करती है। दूसरा, डायट फॉलो करने के साथ एक्सरसाइज करना जरूरी होता है। ऐसा नहीं की आप बहुत मुश्किल एक्सरसाइज करोगे या बहुत देर तक एक्सरसाइज करोगे तो वजन कम हो जाएगा। आपको हफ्ते में 5 दिन 20-30 मिनट एक्सरसाइज करनी जरूरी है। थायरॉइड में हार्मोनल असंतुलित होता है जो कि डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं से कंट्रोल रहती है। इसलिए डायट और एक्सरसाइज के साथ डॉक्टर के मुताबिक आपकी जो भी खुराक है उसका भी सेवन करना चाहिए। आपको रेगुलर फॉलोअप करना चाहिए और डॉक्टर द्वारा जो भी निर्देश हो उसका पालन करना चाहिए।

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    क्या होता है थायरॉइड?

    हमारे गले में थायरॉइड ग्रंथि होती है जो बिल्कुल अखरोट के आकार की होती है। इसका काम हार्मोर्न टी3, टी 4 और टीएसएच (थायरॉइड स्टीम्युलेटिंग हारमोन) का उत्पादन करना होता है। यह हमारे शरीर की सबसे जरूरी ग्रथि मानी जाती है। इसका कंट्रोल शरीर द्वारा किए जाने वाले सभी कार्यों पर होता है। जैसे नींद, मेटाबॉलिज्म, लिवर की कार्यप्रणाली और पाचन तंत्र आदि। थायरॉइड दो तरह का होता है। सबसे पहले आपको यह समझने की जरूरत है कि आपको हाइपोथायरॉइडिज्म है या हाइपरथायरॉइडिज्म। पहला हाइपोथायरॉइडिज्म और दूसरा हाइपरथायरॉइडिज्म। हाइपोथायरॉइडिज्म में भूख कम लगती है और वजन बढ़ता जाता है। हमारे शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन आ जाती है। इसमें अनियमित पीरिड्स और याददाश्त कमजोर हो जाती है। वहीं हाइपरथायरॉइडिज्म में मरीज को भूख ज्यादा लगती है और उसका वजन कम होता जाता है। इसमें तनाव, गले में सूजन, अनियमित पीरिड्स, ध्यान केंद्रित न कर पाना, नींद न आना, बार-बार यूरिन आना आदि समस्याएं होती हैं।

    थायरॉइड से ग्रसित लोगों में ज्यादातर लोगों को यह परेशानी होती है कि वो अपने वजन को कैसे कम करें। अगर आप भी उन्हीं लोगों में से एक हैं तो अपनी कुछ आदतों में बदलाव करके आप अपने वजन पर कंट्रोल पा सकते हैं।

    हाइपोथायरॉइडिज्म थायरॉइड के कारण बढ़ रहा है वजन तो इन आदतों में करें बदलाव:

    फाइबर युक्त भोजन का सेवन करें:

    वजन को मेंटेन रखने के लिए जितना हो सकें फाइबर से समृद्ध भोजन का सेवन करें। कम वसा वाले आहार को डायट में शामिल करें।

    कॉपर और आयरन युक्त आहार को करें डायट में शामिल:

    कॉपर और आयरन युक्त चीजों को डायट में शामिल करें। कॉपर के लिए आप काजू, बादाम और सूरजमुखी के बीजों का सेवन करें। आयरन के लिए पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें।

    विटामिन और मिनरल्स:

    विटामिन और मिलरल्स से भरपूर चीजों का सेवन करें। इससे अनियमित पीरिड्स में फायदा होता है। इसके लिए आप टमाटर, प्याज, हरी मिर्च, पनीर, लहसुन, मशरूम आदि को डायट का हिस्सा बनाएं।

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    किन चीजों को करें एवॉइड

    कैफीन युक्त चीजों का सेवन न करें:

    कैफीन हमारे शरीर में सीधे थायरॉइड को तो नहीं बढ़ाता, लेकिन यह थायरॉइड के कारण होने वाली समस्याओं को बढ़ाता है। इससे अनिद्रा और बेचैनी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

    वनस्पति घी:

    जो लोग थायरॉइड के कारण बढ़ते वजन से परेशान हैं उन्हें वनस्पति घी को नहीं लेना चाहिए। क्योंकि यह गुड कोलेस्ट्रॉल को खत्म करता है। इससे थायरॉइड के कारण हो रही समस्याएं और अधिक हो जाती हैं। इसलिए यदी आप बाहर फ्राइड खाना खाते हैं तो ध्यान रखें ज्यादातर जगहों पर इसी घी का इस्तेमाल किया जाता है।

    एल्कोहॉल से करे परहेज:

    थायरॉइड से ग्रसित लोगों को नींद न आने और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा रहता है। एल्कोहॉल का सेवन करने से इन दोनों परेशानियों के होने की संभावना पहले से ज्यादा हो जाती है।

    इन चीजों से भी करें परहेज:

    • सोया और उससे बनी चीजों का सेवन न करें
    • ब्रोकली, गोभी, पत्तागोभी से दूरी बनाकर रखें।

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    इन बातों का रखें खास ख्याल

    दवाओं को समय पर लें:

    थायरॉइड की दवाओं को नियमित और सही समय पर लेना चाहिए। इन दवाओं को समय पर लेने से वजन कंट्रोल किया जा सकता है। जो लोग समय पर दवाओं को नहीं लेते उनमें वजन बढ़ने की शिकायत होती है।

    कुछ न कुछ शारीरिक गतिविधि जरूर करें:

    थायरॉइड के कारण बढ़ रहे मोटापे को कम करने के लिए नियमित व्यायाम करें। आप चाहे तो स्विमिंग भी कर सकती हैं। जॉगिंग और साइक्लिंग में से भी किसी ऑप्शन को चुन सकती हैं। सप्ताह में कम से कम पांच दिन तीस मिनट रोज व्यायाम करने से आपका वजन कंट्रोल किया जा सकता है।

    तनाव से दूर रहें:

    तनाव से थायरॉइड से होने वाली परेशानियां पहले से अधिक होती हैं। इसलिए तनाव से बचने की कोशिश करें।

    यदि आपको थायरॉइड के लक्षण नजर आते हैं तो आप विशेषज्ञ को दिखाकर उनके अनुसार दवाइयां और आवश्यक जांच कराएं। यह कोई लाइलाज रोग नहीं है। आप जीवनशैली में कुछ बदलाव कर इस पर नियंत्रण पा सकते हैं। हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। यदि आप थायरॉइड और वजन से जुड़ी और कोई अन्य जानकारी चाहते हैं तो आप हमसे कमेंट कर अपना सवाल पूछ सकते हैं।

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