इसके साथ ही ऐसा माना जाता है कि वजन बढ़ने और नींद की कमी के चलते हमारा मस्तिष्क खाने को एक इनाम की तरह इस्तेमाल करता है। यही कारण है कि खराब नींद लेने पर जब व्यक्ति उठता है तो वह अपनी भूख को काबू नहीं कर पाता है।
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वजन बढ़ने और नींद के बीच है गहरा संबंध
दरअसल जो लोग सही से नहीं सो पाते हैं उनमें वजन बढ़ने और नींद न आने के कारण अधिक कैलोरी का सेवन करने की आदत होती है। 12 पुरुषों पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार जब उन्हें केवल 4 घंटे की नींद दी गई तो उन्होंने 8 घंटे की नींद के मुकाबले औसत 599 कैलोरी अधिक का सेवन किया।
इसके पीछे बढ़ती भूख और खाने को लेकर सही विकल्प न चुनना शामिल था। हालांकि, इसके पीछे ज्यादा देर तक उठना भी एक कारण हो सकता है। ऐसा खासतौर से तब होता है जब व्यक्ति के पास उठने के कुछ करने के लिए न हो।
अधिक अध्ययनों के अनुसार वजन बढ़ने और नींद के बीच गहरा संबंध इसलिए भी है क्योंकि डिनर के बाद व्यक्ति सबसे अधिक स्नैक का सेवन करता है।
वजन बढ़ने और नींद की कमी के साथ, दिमाग और सेहत पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है। इसलिए, अगर आप अपने वजन को कंट्रोल में रखना चाहते हैं, तो सात से आठ घंटे की नींद जरूर लें। नींद नहीं आने की समस्या ज्यादा हो, तो डॉक्टर से संपर्क करना बेहतर होगा।
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